कांग्रेस पार्टी से निकले गये वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है. सभी ने मिलकर आर-पार की जंग का एलान कर दिया है. वरिष्ठ नेताओं का ये आरोप है कि हमें साजिश के तहत उन लोगों ने प्रति से निष्काषित किया है. जिनका इसमें हाथ है वो सभी घुसपैठिये हैं. उनकी मांग है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी हस्तक्षेप कर हमारा निष्कासन रद्द कराएं और ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें.
सोनिया गाँधी से की मांग
जानकारी के मुताबिक, अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस पार्टी से निकाले गये दस वरिष्ठ नेताओं ने अब अपने निष्कासन का विरोध करना शुरू कर दिया है. पूर्व सांसद डॉ. संतोष सिंह ने कहा कि प्रदेश कमेटी के बुलावे पर पूर्व अध्यक्ष, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक आदि न के बराबर आए तो अपनी कमी छिपाने के लिए हम लोगों पर आरोप लगा दिए. जो अपराधी हैं, वह कांग्रेसजन को अनुशासन सिखाने आए हैं.
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वहीँ पत्रकारों के बातचीत करते हुए पूर्व गृह मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी ने कहा कि अनुशासन समिति ने पार्टी के संविधान की धज्जियां उड़ा दीं. इसके पीछे कोई षड्यंत्र है. प्रदेश कांग्रेस में ऐसे घुसपैठिए आ गए हैं, जो पार्टी को खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी हस्तक्षेप कर हमारा निष्कासन रद कराएं.
प्रियंका गाँधी पर उठे सवाल
इस दौरान पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने साफ़ तौर प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) से सवाल पूछे हैं. उनका कहना है कि इस निष्कासन का हमें न नोटिस मिला और न हमने जवाब दिया, फिर अनुशासन समिति जवाब से असंतुष्ट कैसे हो गई? उन्होंने बोला कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) हमारी नेता हैं लेकिन, अनुशासन के मामलों में सहमति या असहमति देने का अधिकार उन्हें भी नहीं है.
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