मस्जिद-मंदिर से उतरे लाउडस्पीकर स्कूलों में लगवा रही योगी सरकार, 1 लाख 29 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकरों पर हुई कार्रवाई

लाउडस्पीकरों (Loudspeaker) पर लगाम लगाने को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार देशभर के सामने एक मिसाल कायम कर रही है. राज्य में 1.29 लाख से अधिक लाउडस्पीकरों को या तो बंद कर दिया गया या आवाज कम कर दी गई. उत्तर प्रदेश में एक अभियान के दौरान विभिन्न पूजा स्थलों से 72,509 लाउडस्पीकर हटाए गए. जबकि 58,180 लाउडस्पीकरों की ध्वनि को कर दिया गया है जिससे जनमानस को राहत मिली है.

उत्तर प्रदेश में राज्यव्यापी अभियान के दौरान चलाकर विभिन्न धार्मिक स्थलों से 72,509 लाउडस्पीकर उतारे गए और 58,180 लाउडस्पीकरों की ध्वनि को नियंत्रित किया गया है. 13145 लाउडस्पीकरों को सदुपयोग के लिए स्कूलों को सौंपा गया है. साथ ही 1583 लाउडस्पीकरों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम के लिए दिया गया है.

काशी हो या मथुरा, अयोध्या के धर्माचार्य। रामपुर, मुरादाबाद, बरेली और पुराने लखनऊ के मौलाना सभी ने धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर की आवाज पर लगाई गई बंदिश और तय किये नए मानकों का खुले दिल से स्वागत किया है. यह प्रदेश में पहली बार हुआ है जब बिना किसी विवाद और विरोध के योगी सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लगने वाले लाउडस्पीकरों के नियम-कानून लागू कर दिये हैं. सरकार के इस निर्णय को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. पुराने लखनऊ के मौलाना सरकार की पहल को सकारात्मक सोच बता रहे हैं तो यूपी के अन्य शहरों में भी इस नए नियम का असर लोगों को काफी राहत पहुंचाने वाला साबित हुआ है.

पूरे प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के यह अभियान चलाया जा रहा है. कई ऐसे लाउडस्पीकर भी हटाए गये हैं जो बिना अनुमति बजाए जा रहे थे. बिना किसी भेदभाव के चल रहे अभियान से प्रदेश की जनता राहत की सांस ले रही है. गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात को कह चुके हैं कि किसी भी धर्म के लोग अपनी धार्मिक रीति-रिवाजों के दौरान लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन उसकी आवाज परिसर से बाहर न जाए इसका भी ध्यान उनको ही रखना है. उनका कहना है लाउडस्पीकर की आवाज से किसी दूसरे को दिक्कत नहीं होनी चाहिये.

इलाहबाद हाई कोर्ट ने दिया था आदेश
इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक आदेश पर राज्य सरकार ने पूरे राज्य में बयान चलाया था. बयान में कहा गया कि विभिन्न समुदायों के धार्मिक नेताओं के साथ बात चीत करने के बाद पूरे अभियान को शांतिपूर्ण ढंग से चलाया गया. अभियान के दौरान लोगों को लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण के बारे में जागरूक किया गया. इस दौरान मजहबी रहनुमाओं ने समाज को एक अच्छा पैगाम देते हुए लाउडस्पीकरों को हटाने में अपना सहयोग दिया.

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