मायावती सरकार में बेंची गयी बैतालपुर चीनी मिल दुबारा चलवाने के लिए सीएम योगी से मिले शलभ मणि त्रिपाठी

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात कर देवरिया की बैतालपुर चीनी मिल का सरकारी अधिग्रहण कर इसे दुबारा चलाने की मांग की है. उन्होंने देवरिया ज़िला कारागार या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर देवरिया के वीर स्वतंत्रता सेनानी रामचंद्र विधार्थी का स्मारक बनाए जाने की मांग की. इसके अलावा कुशीनगर के सेवरही थाने में दुबौली पठकौली के बेक़सूर ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज फ़र्ज़ी मुक़दमे वापस लेने और कुशीनगर के तमकुहीराज SDM के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया. सीएम ने इन सभी प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए यथोचित कार्रवाई का आदेश दिया है.

 

प्रदेश प्रवक्ता ने अपने पत्र में लिखा कि मायावती जी की सरकार में देवरिया जनपद की बेतालपुर चीनी मिल भी नियमों को ताक पर रखकर औने पौने दामों पर बेंच दी गई थी. हालांकि चीनी मिल बेंचे जाने के वक्त यह शर्त रखी गयी थी कि चीनी मिल खरीदने वाली संस्था हर हाल में मिल चलाएगी. पर ऐसा नहीं हुआ. यह चीनी मिल खरीदे जाने के बाद से ही लगातार बंद है. उल्टे खरीदने वाली संस्था इस चीनी मिल की संपत्तियों को अवैध तरीके से बेंचने में जुटी हुई है. ऐसे में आपसे अनुरोध है कि नियमों का उल्लंघन करने के चलते इस चीनी मिल की बिक्री को रद कर दुबारा से सरकार की तरफ से अधिग्रहण कर इसे पुन : चलवाने की कृपा करें.

 

बतादें कि 1933 में बैतालपुर चीनी मिल की स्थापना हुई थी. निगम की सभी चीनी मिलों में सर्वाधिक अच्छी स्थिति में थी. यह चीनी मिल 2007-08 में मायावती सरकार में बंद हो गई थी.

 

शलभ मणि त्रिपाठी ने अपने पत्र में कुशीनगर के सेवरही थाने में दुबौली पठकौली के बेक़सूर ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज फ़र्ज़ी मुक़दमे वापस लेने और कुशीनगर के तमकुहीराज SDM के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया. उन्होंने लिखा जनपद कुशीनगर के सेवरहीं थाना क्षेत्र के दुबौली पठकौली गांव में एक प्राचीन मंदिर है. पूर्व में इस मंदिर को लेकर कभी कोई विवाद नहीं रहा है और ग्रामीण यहां हमेशा से पूजा अर्चना करते रहे हैं. परंतु एक साल पूर्व एक मु्स्लिम परिवार ने मंदि्र के बगल मे जमीन खरीदने के बाद से मंदिर को लेकर विवाद पैदा करना शुरू कर दिया. दूसरा रास्ता होने के बावजूद वे यह चाहते हैं कि मंदिर तोड़ कर बीच से रास्ता निकाला जाए तब जबकि मंदिर के बीचों बीच में एक पुराना वृक्ष भी है.

 

गांव वालों के विरोध के बावजूद एसडीएम तमकुहीराज श्री प्रमोद कुमार ने गांव में पहुंच कर मंदिर गिराने का प्रयास किया और विरोध करने पर वहां मौजूद पुजारी समेत निर्दोष ग्रामीणों को बुरी तरह पीटा. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. आरोप यह भी है कि एसडीएम के साथ चलने वाले अर्दली ने महिलाओं के साथ अभद्रता की. और इसके बाद उल्टे बेगुनाह ग्रामीणों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए गए. महोदय, यह भी बताना है कि एसडीएम प्रमोद कुमार भ्रष्टाचार में भी लिप्त हैं. ये और जिलापूर्ति अधिकारी की मिलीभगत से कोटेदारों से अवैध वसूली कराई जा रही है जिसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है. आपसे अनुरोध है कि सेवरही थाने में बेगुनाह ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को समाप्त कराने की कृपा करें, साथ ही एसडीएम के भ्रष्टाचारों की जांच कराकर उन्हें दंडित करने की कृपा करें.

 

Also Read: यूपी: भाजपा प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी के प्रयासों से आजादी के बाद इस गांव में आई पहली बार बिजली

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )