कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लोकसभा चुनाव 2024 में कर्नाटक की एक विधानसभा सीट पर फर्जी वोटिंग के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची में भारी गड़बड़ियां की गई हैं। राहुल गांधी ने उदाहरण देते हुए कहा कि कई जगहों पर ‘हाउस नंबर 0’ दर्ज है और कुछ मतदाताओं के पिता का नाम ही गलत है। उन्होंने इस संबंध में कुछ सबूत भी सार्वजनिक किए।
चुनाव आयोग ने मांगा शपथ पत्र और प्रमाण
राहुल गांधी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग (Election Commission) ने इस मामले में त्वरित प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनसे शपथ पत्र के साथ इन आरोपों से जुड़े ठोस प्रमाण और दस्तावेज मांगे हैं। आयोग का कहना है कि आरोप गंभीर हैं और जांच के लिए प्रमाणिक दस्तावेजों की आवश्यकता है।
शशि थरूर ने किया समर्थन
राहुल गांधी के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिसे सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों के हित में गंभीरता से लिया जाना चाहिए। थरूर ने कहा, हमारा लोकतंत्र बहुत कीमती है और इसकी विश्वसनीयता को किसी भी प्रकार की लापरवाही या जानबूझकर की गई छेड़छाड़ से नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। चुनाव आयोग को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और देश को लगातार जानकारी देते रहना चाहिए।
मल्लिकार्जुन खरगे ने भी साधा चुनाव आयोग पर निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने भी राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि हम लोकतंत्र, संविधान और देश को बचाने के लिए खड़े हों। खरगे ने यह भी कहा कि पहले भारत का चुनाव आयोग पूरी दुनिया में अपनी निष्पक्षता के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यह एक सत्तारूढ़ दल के प्रतिनिधि की तरह व्यवहार कर रहा है।
जांच की मांग तेज
राहुल गांधी, शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर मुखर हो गए हैं और मांग कर रहे हैं कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से इस पूरे मामले की जांच करे, ताकि लोकतंत्र में आम जनता का विश्वास बना रहे।