मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव का फाइनल रिजल्ट आने से पहले यूपी की राजनीति में बड़ा टर्निंग प्वाइंट देखने को मिला है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी यानी प्रसपा का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है। सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उन्हें पार्टी का झंडा भी सौंपा।
इस दौरान प्रसपा चीफ शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अब 2024 में हम साथ लड़ेंगे, हमारी पार्टी का विलय हो गया है। आज से हमारी गाड़ी पर समाजवादी पार्टी का झंडा नजर आएगा। इस दौरान वहां शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे।
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— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 8, 2022
बता दें कि उपचुनाव में प्रचार के दौरान एक नुक्कड़ सभा में शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश के साथ आने की वजह बताई थी। उन्होंने कहा थाकि चुनाव से पहले बहू डिंपल ने फोन कर कहा था कि मैं चुनाव लड़ रही हूं। आपका आशीर्वाद चाहिए। आप साथ आ जाओ। हम लोगों को एक साथ रहना है। इस पर बहू से मैंने कहा कि हम एक हो जाएंगे, लेकिन अखिलेश कुछ गड़बड़ करें तो तुम गवाह रहोगी न। बहू ने हां में जवाब दिया तो हम एक हो गए।
शिवपाल ने कार्यकर्ताओं से कहा था नेताजी के न रहने पर डिंपल को जिताना हमारी भी प्रतिष्ठा का सवाल है। इसलिए आप सब लोगों से हाथ जोड़कर विनती है। ज्यादा से ज्यादा वोट देकर सपा की प्रत्याशी डिंपल यादव को विजयी बनाएं। वहीं, इससे पहले 8 नवंबर को अखिलेश यादव, डिंपल के साथ चाचा शिवपाल यादव से मिलने उनके घर पहुंचे थे। बंद कमरे में करीब एक घंटे तक मुलाकात की थी।
इस दौरान शिवपाल के बेटे आदित्य भी साथ थे। मुलाकात के बाद शिवपाल यादव ने भी ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा- जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने…उस बाग को अब हम सीचेंगे अपने खून पसीने से। इसके बाद माना जा रहा है कि चाचा भतीजे चली ही खटास कम होने लगी है।