जिस मकान के लिए आकाश विजयवर्गीय ने अधिकारी को बैट से पीटा, शिवराज सरकार ने दिया था उसे गिराने का आदेश

बीते दिनों इंदौर (Indore) के विधायक आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) ने क्रिकेट बैट से नगर निगम (Municipal Corporation) अधिकारी की पिटाई कर दी थी. नगर निगम के अधिकारी एक जर्जर मकान को गिराने के लिए वहां पहुंचे थे, तभी आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) से उनकी तीखी बहस हो गई और मामला इतना बढ़ गया कि उन्होंने बैट से उस अधिकारी की पिटाई कर दी. इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है. बताया जा रहा है कि जिस जर्जर मकान को लेकर ये बखेड़ा हुआ था उसे ढहाने का आदेश पिछले साल शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने ही दिया था.


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बता दें इस समय आकाश विजयवर्गीय पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. बीते गुरुवार को सीजेएम कोर्ट (CJM Court) ने उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी थी. जिसके बाद गुरुवार को सेशंस कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होने की संभावना है. इसी बीच सुबह से ही विधायक के समर्थकों का जिला जेल परिसर के बाहर जमावड़ा शुरू हो गया. किसी भी तरह की अप्रिय परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है.


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गौरतलब है कि पिछले साल इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) ने ऐसे मकानों को लेकर नोटिस जारी किया था जो काफी पुराने और जर्जर हैं एवं तेज बारिश के दौरान कभी भी गिर सकते हैं. इस मकान को लेकर 3 अप्रैल, 2018 को नोटिस जारी किया गया था. मतलब जब नोटिस जारी हुआ तब वहां शिवराज सरकार (Shivraj Government) थी. इंदौर नगर निगम ने इस जर्जर मकान के मालिक भेरूलाल को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी भी दी थी.


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बीते बुधवार को नोटिस के आधार पर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी मकान गिराने के लिए पहुंचे थे. जहां उनकी बहस विधायक आकाश विजयवर्गीय से हो गई. इसी दौरान आकाश के क्रिकेट बैट से नगर निगम अधिकारी पर हमला करने का वीडियो वायरल हो गया है. वहीं, नगर निगम ने अपने 21 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, यह सभी कर्मचारी वीडियो में नजर आ रहे हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने उस समय निगम अधिकारी का समर्थन नहीं किया जिसकी आकाश ने पिटाई की थी.



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इसके अलावा कुछ लोगों को आकाश के समर्थकों के साथ भी देखा गया था, पुलिस ने बाद में आकाश को गिरफ्तार कर लिया. उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 353, 294, 323 506, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामला सामने आने के बाद अपनी सफाई में आकाश ने कहा कि ‘यह तो केवल शुरुआत है, हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म कर देंगे’. इससे पहले भी आकाश अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं.


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