उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जहां एक ओर पुलिस विभाग में दागियों पर लगातार चाबुक चला रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मीं हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे. मामला फर्रूखाबाद (Farrukhabad) का है, यहां एक थाना अध्यक्ष पर बिना किसी आदेश के एक पत्रकार की दुकान पर जबरन ताला तोड़कर कबजा कराने का आरोप लगा है. पत्रकार ने पूरी घटना की जानकारी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक एवं सीएम पोर्टल पर भी भेज दी है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला कस्बा शमशाबाद का है, जहां के रहने वाले पत्रकार महेश वर्मा की दुकान ब्लॉक रोड पर स्थित है. जिसको उनके स्वर्गीय पिता ने कुछ साल पहले सुरेश लोधी निवासी नगला सेठ थाना शमशाबाद को किराए पर दी थी. जो वह खाली कर चुका था लेकिन वह खुद किराए पर लेना चाहता था वह भी फर्जी दस्तावेजों के साथ इसी दौरान थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह यादव ने कुछ भाजपा नेताओं के दबाव में आकर पत्रकार की दुकान का ताला तोड़कर कब्जा करा दिया.
बताया जा रहा है कि जिस समय इस घटना को पुलिस अंजाम दे रही थी उस समय दुकानदार स्वामी पत्रकार मौके पर नहीं था. आरोप है कि दुकान से करीब 45 हजार कीमत के सामान की लूटपाट की गई है, विरोध पर पुलिस की शह पर मारपीट की गई. पीड़ित ने आरोपी थाना अध्यक्ष दिग्विजय सिंह पर आरोपी से 1 लाख रूपए लेने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं पत्रकार के परिवार को झूठे मुकदमें में फंसाकर जेल भेजने की धमकी भी दी गई है. पत्रकार का परिवार अब पलायन करने पर मजबूर है. उनका कहना है कि अगर ऐसे ही पुलिस प्रशासन की शह पर उसका उत्पीड़न किया जाएगा तो वह निश्चिततौर पर पलायन कर जाएगा. पीड़ित पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है.
INPUT- Abhishek Gupta
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )