यूं तो पुलिस का काम जनता की सुरक्षा करना और अपराधियों को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना होता है। लेकिन एक महिला ने थानाध्यक्ष पर ही छेड़छाड़ और बलात्कार की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला और उनके परिजनों का आरोप है कि जब थानाध्यक्ष की इस हरकत का विरोध किया गया, तो पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई कर दी।
थानाध्यक्ष और सिपाहियों पर लगा गंभीर आरोप
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला का आरोप है कि दीवाली के दिन शाम के वक्त सहरसा के महिषी थाना के थानाध्यक्ष और चार-पांच सिपाही उनके घर में घुस गए। पीड़िता के मुताबिक, इस दौरान पुलिसवालों ने उससे छेड़छाड़ करने लगे। महिला ने जब इसका विरोध किया तो बंदूक के कुंदे से हमला कर उसका सिर फोड़ दिया गया।
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महिला ने बताया कि आसपास के लोगों ने उसे महिषी अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां पहुंचकर थानाध्यक्ष ने डॉक्टरों को इलाज करने से रोक दिया और धमकी देकर वहां से भगा दिया। महिला का आरोप है कि महिषी थानाध्यक्ष की नीयत गांव की महिलाओं के प्रति खराब रहती है।
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एसपी ने दिये मामले की जांच करने का निर्देश
एसपी राकेश ने बताया कि महिला की शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी को जांच करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, एसडीपीओ का कहना हैकि मामले की जांच कर जो भी दोषी पुलिसकर्मी होगा उसपर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
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बिहार के सहरसा में इस तरह की घटना सामने आने से एक बात तो साफ हो गई है कि पुलिस विभाग में ऐसे पुलिसकर्मियों की कमी नहीं है जिनके दामन दागदार हैं। इससे पहले भी पटना पुलिस लाइन में डीएसपी मसलेहउद्दीन पर महिला पुलिसकर्मियों ने शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया था।
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