भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) और एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 Mission)
में शामिल अन्य तीन सदस्य अब अंतरिक्ष उड़ान से पहले अनिवार्य क्वारंटाइन में चले गए हैं। अमेरिका की निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम स्पेस ने रविवार को यह जानकारी दी।
8 जून को होगा ऐतिहासिक प्रक्षेपण
शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों का प्रक्षेपण 8 जून को भारतीय समयानुसार शाम 6:41 बजे फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से किया जाएगा। स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्षयान के ज़रिए वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की ओर रवाना होंगे।
14 दिन का होगा मिशन
यह मिशन कुल 14 दिनों का होगा, जिसमें अंतरिक्ष यात्री कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक और जैव चिकित्सा से जुड़े प्रयोगों को अंजाम देंगे। शुभांशु इस मिशन के ज़रिए आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनेंगे।
इसरो ने किया 550 करोड़ रुपये का निवेश
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुभांशु की इस ऐतिहासिक उड़ान के लिए एक्सिओम स्पेस को लगभग 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इस कदम को भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में बढ़ती वैश्विक भागीदारी के रूप में देखा जा रहा है।
राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय
शुभांशु शुक्ला भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत संघ के सोयूज़ टी-11 मिशन से अंतरिक्ष की यात्रा की थी।
विदाई समारोह में भावुक हुए शुभांशु
अपने विदाई समारोह में शुभांशु ने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि यह मिशन पूरी तरह सफल होगा। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि मैं भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा हूँ।’ मिशन से पहले एक्सिओम स्पेस के कर्मचारियों और क्रू ने मिलकर एक छोटा सा जश्न भी मनाया।
बहुराष्ट्रीय टीम के साथ मिशन पर
शुभांशु शुक्ला के साथ अमेरिका, हंगरी और पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री भी इस मिशन का हिस्सा होंगे। यह मिशन न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए विज्ञान, सहयोग और नई खोजों का प्रतीक बनने जा रहा है।