उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिले में धर्म परिवर्तन (Conversion) कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर पर अपने कर्मचारी को कथित रूप से मुसलमान बनाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पीड़ित युवक ने डॉक्टर फारूकी कमाल (Doctor Farooqui Kamal) पर जबरन धर्मांतरण कराने और फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोप लगाया है।
रामराज यादव को पढ़वाई कुरान की आयतें
पुलिस के मुताबिक, इटवा थाना क्षेत्र के रामराज यादव ने आरोप लगाया है कि वह एक निजी क्लीनिक में काम करता था, जहां डॉ. फारूकी कमाल ने 2019 में उसे मुसलमान बनने के लिए मजबूर कर दिया। पीड़ित ने कहा कि उससे कुरान की आयतें पढ़वाई गईं। यही नहीं, करम हुसैन के नाम से उसका फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया गया।
रामराज यादव का यह भी आरोप है कि उसने सरकारी अफसरों व पुलिस से मिलने की कोशिश की, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। वहीं, पुलिस का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर डॉक्टर फारूकी और 2 अन्य के खिलाफ उत्तर प्रदेश अवैध धर्मांतरण रोकथाम कानून व धोखाधड़ी को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप
पीड़ित रामराज यादव ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि वह डुमरियागंज में क्लीनिक चलाने वाले डॉ. फारूकी कमाल के यहां झाड़ू-पोंछा लगाने का काम करता था। डॉ. फारूकी ने जबरन उसका आधार कार्ड अकरम हुसैन के नाम से बनवा दिया और साल 2019 में मस्जिद में ले जाकर कलमा पढ़ा दिया। डॉ. फारूकी ने रामराज यादव के नाम से बना आधार कार्ड फाड़कर फेंक दिया था, लेकिन उसके बैंक पासबुक पर उसका वास्तविक नाम ही दर्ज है।
पीड़ित ने बताया कि जब वह अपना आधार कार्ड ठीक कराने 22 मार्च को पत्नी के साथ डुमरियागंज जा रहा था तो डॉ. फारूकी ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसे शाहपुर में रोका और गाली देते हुए कहा कि तुम्हारा धर्म परिवर्तन हो चुका है। अगर दोबारा हिंदू बनने की कोशिश करोगे तो फर्जी मुकदमे में फंसा दूंगा और जान से मरवा दूंगा।
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