बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच कांग्रेस (Congress) सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने SIR की खुलकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा किया जा रहा यह अभ्यास बेहद जरूरी है और इससे मतदाता सूची की विश्वसनीयता बढ़ेगी।
मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर जताई चिंता
मीडिया से बात करते हुए थरूर ने कहा कि चुनावों में भाग लेने वाले सभी लोग जानते हैं कि मतदाता सूची में कई बार डुप्लीकेट नाम, मृत मतदाता और ऐसे जीवित मतदाता शामिल होते हैं जो अभी तक पंजीकृत नहीं हो पाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई लोग नए पते पर शिफ्ट हो जाते हैं, लेकिन पुराने पते पर उनका नाम बना रहता है, जिससे एक ही व्यक्ति के नाम अलग-अलग जगहों पर दर्ज हो जाते हैं।
डिजिटल तकनीक से समाधान की वकालत
थरूर ने सुझाव दिया कि डिजिटल तकनीक का उपयोग कर इन समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज की उन्नत तकनीक से हम ऐसे एल्गोरिदम बना सकते हैं जो डुप्लीकेट नामों की पहचान कर सके और सूची में सुधार कर सके। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मतदाता सूची का हर साल संशोधन किया जाना चाहिए ताकि इसकी सटीकता बनी रहे।
चुनाव आयोग की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर जोर
शशि थरूर ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के लिए जरूरी है कि वह इन मुद्दों को पारदर्शी तरीके से सुलझाए। इससे मतदाताओं के मन में निष्पक्ष चुनाव को लेकर विश्वास बना रहेगा। उन्होंने माना कि चुनौतियां रहेंगी, लेकिन पारदर्शिता से जनता के भरोसे को बनाए रखा जा सकता है।