यूपी के कानपुर देहात (Kanpur) के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में 3 जुलाई को दबिश के दौरान एक सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों के एनकाउंटर मामले में एसटीएफ (STF) ने बड़ा खुलासा किया है. एसटीएफ के हाथ लगे ऑडियो में मुखबिर का पता चला है, जिसमें उन्होंने दबिश की सूचना गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को दी थी. एसटीएफ की जांच में पता चला है कि वारदात के ठीक 54 मिनट पहले सिपाही राजीव चौधरी की विकास दुबे से बातचीत हुई थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वारदात से ठीक 54 मिनट पहले रात 12 बजकर 11 मिनट पर विकास दुबे की चौबेपुर थाने के कान्स्टेबल राजीव चौधरी से बात हुई. इस दौरान सिपाही ने दबिश की पूरी सूचना विकास दुबे को दी. दबिश की बात सुनकर विकास भड़क गया और गालियां देकर पुलिस वालों की लाशें बिछा देने की धमकी दी थी लेकिन सिपाही ने ये बात अधिकारियों को नहीं बताई. जांच के दौरान सिपाही के फोन से विकास की रिकॉर्डिंग पुलिस के हाथ लगी है. सिपाही राजीव को इसीलिए सस्पेंड किया गया है.
पूरे मामले में अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि दबिश की मुखबिरी पुलिस विभाग से ही की गई थी. ऑडियो के सामने आने के बाद दारोगा केके शर्मा और सिपाही राजीव चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है. इससे पहले एसएसपी ने चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा कुंवर पाल को भी निलंबित किया था.
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