उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीतापुर (Sitapur) में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस प्रकरण पर राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल (Ashish Patel) ने दुख जताते हुए प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा (Brijendra Verma) का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि वर्मा पर एकतरफा कार्रवाई करना उचित नहीं है और इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
आशीष पटेल ने उठाई निष्पक्ष जांच की मांग
सीतापुर का शिक्षक प्रकरण बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।शिक्षक श्री बृजेंद्र वर्मा जो कि कर्मठ,ईमानदार और नियमित विद्यालय जाने वाले शिक्षक थे।उनको इस हद तक प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने अपना आपा खो दिया।मात्र 20 सेकंड की वीडियो क्लिप के आधार पर शिक्षक को एकतरफा दोषी ठहरा देना न्याय…
— Ashish Patel (@ErAshishSPatel) September 26, 2025
आशीष पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि शिक्षक बृजेंद्र वर्मा एक कर्मठ और ईमानदार अध्यापक रहे हैं। मात्र 20 सेकंड की वीडियो क्लिप के आधार पर उन्हें दोषी ठहराना न्यायसंगत नहीं है। बीएसए कार्यालय में प्रवेश से लेकर घटना के अंत तक की सीसीटीवी फुटेज देखी जानी चाहिए, तभी असली दोषियों पर कार्रवाई हो सकेगी।
घटना के पीछे की वजह जानना ज़रूरी
मंत्री ने कहा कि यह समझना भी आवश्यक है कि आखिर किन परिस्थितियों में एक शिक्षक ने अपना आपा खो दिया। उन्होंने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से इस मुद्दे पर बातचीत की और आश्वासन मिला है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। जो भी इस विवाद का जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विवाद में महिला शिक्षिका का नाम भी जुड़ा
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा को अपने दफ़्तर बुलाया था। बातचीत के दौरान विवाद इतना बढ़ा कि वर्मा ने बेल्ट निकालकर बीएसए की पिटाई कर दी। इसके बाद स्टाफ ने उन्हें पकड़कर रोका और कथित तौर पर उनकी भी पिटाई की गई। इस घटना में महिला शिक्षिका अवंतिका गुप्ता का नाम भी सामने आया है। आरोप है कि बीएसए उन पर अनुपस्थिति के बावजूद हाजिरी दर्ज करने का दबाव डाल रहे थे। बाद में उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है।