कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मन्दिर से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से एक दिन पहले ही इस पर पांच लाख का ईनाम घोषित किया गया था। इसके चलते अब कानपुर प्रशासन विकास दुबे को पकड़ने वाले छह लोगों को ईनाम देने की तैयारी में है। इसके लिए उज्जैन एसपी से इन लोगों की लिस्ट ले ली गई है।
इनको मिलेगा ईनाम
जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस के लिखे पत्र का जबाव देते हुए उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा में लगे तीन पुलिसकर्मियों के साथ-साथ दो निजी सुरक्षाकर्मी की भी विकास दुबे की गिरफ्तारी के मामले में काफी महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसके अलावा सुरेश कहार नामक फुल प्रसाद बेचने वाले ने सबसे पहले विकास दुबे की पहचान की थी, इसलिए वो भी ईनाम का हकदार है।
इसके साथ ही अतिरिक्त एसपी अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा घोषित इनाम 6 लोगों को दिए जाने की अनुशंसा की गई है। इनमें महाकालेश्वर मंदिर पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी विजय राठौर, परसराम और जितेंद्र के नाम शामिल है। इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर समिति के निजी सुरक्षाकर्मी राहुल शर्मा और धर्मेंद्र परमार का नाम भी भेजा गया है। इसके अलावा फुल प्रसाद बेचने वाले सुरेश कहार को भी इनाम का हकदार माना गया है।
Also read: यूपी: ‘साहब!, छुट्टी दे दीजिए, साले की शादी है, वरना पत्नी कलह करेगी’, सिपाही की अफसरों से गुहार
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करके हुआ था फरार
विकास दुबे ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने बाद कानपुर से फरार हो गया था। वह 9 जुलाई को राजस्थान के झालावाड़ा शहर से बस में बैठकर उज्जैन पहुंच गया। बस स्टैंड पर पहुंचकर वह ऑटो से शिप्रा नदी स्नान करने गया। इसके बाद वह 7.45 पर महाकाल के मंदिर पर आया। विकास दुबे को सबसे पहले मंदिर के बाहर फूल बेचने वाले सुरेश कहार ने पहचाना। इसके बाद ही अन्य लोगों को पता लगा और विकास दुबे गिरफ्तार हुआ।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )