भारत देश संस्कृति का देश है. यहां हर दिन हर त्योहार का अपना अलग महत्व है. यहां सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए करवाचौथ का व्रत भी रखती हैं. इस साल 13 अक्टूबर 2022 को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा. ऐसा कहा जा रहा है कि, इस साल करवा चौथ पर शुक्र ग्रह अस्त रहेगा, इसलिए नव-विवाहित महिलाएं अपने पहले करवा चौथ पर व्रत नहीं रख सकेंगी. इस बात में कितनी सच्चाई है, इस बात का संशय आज हम हम दूर करेंगे
जानें क्या है सच्चाई ?
जानकारी के मुताबिक, ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा ने बताया है कि करवा चौथ पर नव-विवाहितों के व्रत न रखने का दावा महज एक अफवाह है. ‘करवा चौथ पर हर दो-तीन साल में शुक्र ग्रह अस्त रहता है, इसके बावजूद लाखों नव-विवाहिताएं यह व्रत रखती हैं. करवा चौथ के व्रत का संबंध चंद्रमा से है, इसलिए इस दिन शुक्र अस्त हो या उदयवान, कोई फर्क नहीं पड़ता.’
हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य ने भी दावे को बताया गलत
मामले ने हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी का भी कुछ ऐसा ही कहना है. उन्होंने बताया कि करवा चौथ के व्रत को लेकर कुछ लोग बड़ी ही निराधार और भ्रामक बातें कर रहे हैं. ऐसी अफवाह है कि इस साल कर्क चतुर्थी यानी करवा चौथ पर शुक्र ग्रह अस्त रहेगा और इसलिए नव-विवाहिताएं अपना पहला करवा चौथ का व्रत न रखें. ऐसी महिलाएं अगले साल से इस व्रत की शुरुआत करें. इस प्रकार का दावा बिल्कुल गलत है.
कर्क चतुर्थी या अन्य चतुर्थियों पर अक्सर शुक्र ग्रह अस्त होता है. गौर करने वाली बात ये है कि विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, व्रत उद्यापन आदि जैसे शुभ कार्यों में तो शुक्र की स्थिति पर विचार किया जाता है, लेकिन पितृ कार्य और व्रत रखने से इसका कोई संबंध नहीं है. नव-विवाहिताएं बिना किसी डर या संकोच के अपने पहले करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं. आप विधिवत यह उपवास रखें और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करें. आपके लिए यह व्रत मंगलमयी होगा.’
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