किसी की तमन्ना थी तो किसी की उम्मीदें जुड़ी थी, मेरी सफलता के लिए मेरी मेहनत बहुत कड़ी थी. यह लाइन एक सिपाही के बेटे पर एकदम सटीक बैठती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यूपी पुलिस में तैनात एक सिपाही के बेटे ने विदेश में भारत का परचम लहराया है. बेटे की इस सफलता से सिपाही पिता के पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे. उनके घर पर इस वक्त दीवाली जैसा माहौल है. बेटे के बारे में बताते बताते पिता की आंखे भी भर आईं और ऐसा हो भी क्यों ना सिपाही के बेटे ने काम ही ऐसा किया है. दरअसल, सिपाही के बेटे ने बेल्जियम में राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल (Rifle Shooting Gold Medal) जीता है. सिपाही के बेटे की सफलता के बाद से उनके बार बधाई देने वालों की कतार लगी हुई है.
पूरे मोहल्ले में मनाई जा रहीं खुशियां
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र की पाटन पुलिस चौकी में पूरी जिम्मेदारी और इमानदारी के साथ ड्यूटी कर रहे हेड कांस्टेबल शाहिद अहमद के बेटे अनस खान ने 10 मीटर रायफल शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड जीतकर पिता का और जनपद का नाम रोशन किया है.
अनस ने जैसे ही प्रतियोगिता जीतकर गोल्ड मेडल पाया और पिता शाहिद अहमद को फोन पर जानकारी दी. पिताजी आपके आशीर्वाद से विदेश की धरती पर राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. इतना सुनते ही पिता का सीना चौड़ा और खुशी के मारे आंखों की आंसू आ गए. अनस इस वक्त बेल्जियम में है. सिपाही के बेटे की इस सफलता की खुशियां पूरे मोहल्ले में मनाई जा रहीं हैं.
बेटे के लिए ही लखनऊ शिफ्ट हुआ था सिपाही का परिवार
सिपाही पिता ने बताया कि उनके दो बेटे और एक बेटी है. अनस खान, सानिया खान और असद खान आठ साल का है. अनस के संबंध में शाहिद ने बताया कि हरदोई में तैनाती के दौरान हाईस्कूल पास करने के बाद अनस ने पहले फुटबाल खेलना शुरू किया था. इसके बाद जब रायबरेली पोस्टिंग हुई तो बेटे की चाहत को पूरा करने के लिए परिवार को लखनऊ में शिफ्ट कर दिया. इस दौरान पत्नी निशा खातून अभिभावक की जिम्मेदारी निभा रही थी.
साल 2020 में पहली बार डेनमार्क में अनस ने गोल्ड जीता था. अब बेल्जियम में शनिवार को दस मीटर रायफल शूटिंग में गोल्ड जीतकर हमारा सर गर्व से ऊंचा कर दिया. बेटे की सफलता से सिपाही पिता का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है.
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