सोनभद्र नरसंहार का मुख्य आरोपी सपा का कार्यकर्ता उसका भाई बसपा का कार्यकर्ता, सभी पर होगी रासुका के तहत कार्यवाई: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में 17 जुलाई में हुए नरसंहार (Sonbhadra Massacre) में मारे गए मृतकों के परिजनों से रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मुलाकात की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम योगी ने कहा कि सोनभद्र नरसंहार मामले में आरोपियों का समाजवादी पार्टी से कनेक्शन हैं, मुख्य आरोपी सपा और कार्यकर्ता और उसका भाई बसपा का कार्यकर्ता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पाप उसको भोगना पड़ेगा. उन्होंने कहा सभी आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाई की जाएगी. सीएम योगी ने जानकारी दी कि मृतकों का मुआवजा 5 लाख से बढ़ाकर 18.50 लाख किया गया है. वहीं घायलों को अब 50 हजार से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे.


योगी ने कहा कि एक माह के भीतर सभी गांव वालों को सरकारी आवास की सुविधा दी जाएगी. घटना के बाद सीएम योगी ने गांव में पुलिस चौकी, अग्निशमन केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र और बुजुर्गों को पेंशन देने की घोषणा की. इस नृशंस हत्याकांड में घायल हुए लोगों के परिजनों को सीएम योगी ने 50-50 हजार का चेक दिया.


सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने आरोपी प्रधान और उनके सभी लोगों को गिरफ्तार किया है और हथियार भी बरामद किए हैं. इस मामले में दो कमेटी बनाई है. पुलिस के स्तर पर कहां लापरवाही हुई है इसकी जांच की जा रही है. जब इसकी जानकारी पहले से थी. कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है और जांच की जा रही है कि कई और अधिकारी शामिल नहीं है. सीएम ने कहा कि नेपाल से जुड़े बॉर्डरों पर हमने काम किया है. सोनभद्र में काम कर रहे हैं. इस तरह की घटनाएं भविष्य में ना हो इस पर कार्रवाई कर रहे हैं.


सीएम ने कहा कि मुख्य आरोपी प्रधान सपा का कार्यकर्ता है. उसका भाई बसपा का कार्यकर्ता है. आयोपितों पर रासुका के तहत कार्रवाई होगी. योगी ने कहा कि घटना के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. उसी के समय ग्राम समाज की जमीन सोसाइटी के नाम की गई थी. तत्कालीन सांसद की सोसाइटी थी. उन्होंने कहा कि  सोनभद्र में जितनी भी राजस्व की जमीन होगी सभी की जांच होगी और सोनभद्र में राजस्व परिषद का गठन होगा. आदिवासियों के लिए आवासीय विद्यालय भी खोला जाएगा. सोनभद्र के ओबरा को तहसील बनाने और कोन के साथ कर्मा को ब्लाक बनाने का प्रस्ताव भेजने की बात भी कही. सीएम ने कहा कि जिस उभ्भा गांव में दस लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया वहां पुलिस चौकी बनेगी. घोरावल में फायर स्टेशन बनेगा.


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने खुद डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत तौर पर मामले की निगरानी करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जमीन पर काफी समय से विवाद था. योगी ने जानकारी दी कि वारदात के बाद एसडीएम, सीओ, एसओ सहित हल्का और बीट के सभी सिपाही निलंबित कर दिए गए हैं. साथ ही इस जमीनी विवाद की जांच अपर मुख्य सचिव राजस्व को सौंप दी गई है.


योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. सोनभद्र में हुई हत्या की जांच एक कमिटी करेगी. जो भी दोषी हैं उनको छोड़ा नहीं जाएगा.’ उन्होंने कहा कि 1952 से लेकर अब तक के पूरे घटनाक्रम की जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सीएम ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.


ये है पूरा मामला

7 जुलाई को सोनभद्र में घोरावल के उभ्भा गांव में 112 बीघा खेत के लिए दस ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया था. लगभग चार करोड़ रुपए की कीमत की इस जमीन के लिए प्रधान और उसके पक्ष ने ग्रामीणों पर अंधाधुन फायरिंग कर दी थी. इस हादसे में 25 अन्य लोग घायल हो गए थे. सोनभद्र में घोरावल के उम्भा गांव में 112 बीघा खेत जोतने के लिए गांव का प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर 32 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा था. इन ट्रैक्टरों पर लगभग 60 से 70 लोग सवार थे। यह लोग अपने साथ लाठी-डंडा, भाला-बल्लम और राइफल और बंदूक लेकर आए थे. गांव में पहुंचते ही इन लोगों ने ट्रैक्टरों से खेत जोतना शुरू कर दिया. जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो यज्ञदत्त और उनके लोगों ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडा, भाला-बल्लम के साथ ही राइफल और बंदूक से भी गोलियां चलानी शुरू कर दी.


INPUT- Manoj Verma


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