लखनऊ के लुलु मॉल विवाद (Lulu mall controversy) को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (Azam khan) ने एक बार फिर बयान दिया है. इस बार उन्होंने मॉल के मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इस पूरे विवाद के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने इस विवाद में अपने बयान पर राष्ट्रीय स्वयं संघ का भी जिक्र किया है, और आरोप लगाया कि इसी चलते वहां नमाज हुई और विवाद बना. बता दें कि अभी सप्ताहभर पहले ही आजम खान ने लुलु मॉल पर पूछे गए सवाल पर विवादित बात कही थी. शब्दों की गरिमा को भूलकर आजम लुलु, लोलो, टोलो जैसे शब्द बोलते हुए साला, यार करने लगे, और कोई जानकारी न होने की बात कही थी.
वहीं बीते दिन आजम खान ने बड़ा दावा किया है. जिसके मुताबिक लूलू मॉल के मालिक आरएसएस के फंड रेजर हैं, वही नमाजी लेकर आया और विवाद खड़ा किया. उन्होंने कहा कि मॉल का नाम लूलू रखने वाले आरएसएस फंड रेजर हैं. उसने मॉल बनाया है. नमाजी भी वही लाया था और विवाद भी उसने ही खड़ा किया. उन्होंने कहा कि मॉल के मालिक को इसका नाम बदलना चाहिए, लेकिन वो बदलेगा नहीं क्योंकि इस नाम से वो कमा रहा है. आजम ने आगे कहा कि वो अपने गिरेबान में मुंह डाले और जवाब दे। हमसे जवाब ना लिया जाए.
बता दें कि इससे पहले भी भी आजम खान ने लूलू मॉल विवाद को लेकर पूछे गए सवाल पर चिढ़ते हुए जवाब दिया था. उन्होंने कहा, “अमा हमने ना लूलू देखा ना लोलू देखा, हम आज तक किसी मॉल गए नहीं. जो लोग जाते हैं उनसे पूछिए. लूलू लोलो टूलू टोलो. ये भी कोई बात हुई लूलू लूलू और कोई काम नहीं है. क्या साला लुलु लोलो.”
गौरतलब है कि लूलू मॉल का उद्घाटन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. उद्घाटन के दिन से ही यह मॉल चर्चाओं में है. मॉल के अंदर का एक वीडियो वायरल होने के बाद यह विवादों में घिर गया था. इस वीडियो में मॉल के अंदर कुछ लोगों को नमाज पढ़ते देखा गया था, जिस पर हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई थी, इसके बाद यहां हनुमान चालीसा पढ़ने का प्रयास किया गया. जिसे लेकर लखनऊ पुलिस ने नमाज और हनुमान चालीसा पढ़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की थी.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )