भारत (India) और अमेरिका (America) के संबंधों में उतार-चढ़ाव के बीच, अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर (Sergio Gor) ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री एस जयशंकर(S. Jaishankar) से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों और उनके वैश्विक महत्व पर चर्चा की। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए गोर को उनके नए पद के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह बैठक दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने का अवसर रही।
Pleased to meet Ambassador-designate Sergio Gor of the US today in New Delhi.
Discussed the India-US relationship and its global significance.
Wish him the best for his new responsibility. @USAmbIndia
🇮🇳🇺🇸 pic.twitter.com/cBMiYeRSVV— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 11, 2025
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ रणनीतिक चर्चा
राजदूत गोर ने इसी दिन विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि इस बातचीत में भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और साझा प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा हुई। विदेश सचिव ने गोर को उनके कार्यभार के लिए शुभकामनाएं दीं और दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करने के महत्व पर जोर दिया।
यूएन महासभा में हुई पहली मुलाकात
गौरतलब है कि जयशंकर और गोर की पहली मुलाकात 24 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र के साइडलाइन कार्यक्रम में हुई थी। उस समय दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने भी साझा किया था कि गोर इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।
गोर ने भारत-अमेरिका संबंधों को बताया खास ताकत
अमेरिकी सीनेट में पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान, गोर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गहरी मित्रता को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत बताया। हालांकि ट्रंप प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक भी सामने आए थे, जैसे 50 प्रतिशत टैरिफ और रूस से तेल आयात को लेकर असहमति। गोर ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी राष्ट्रीय हितों के आधार पर कदम उठाता रहेगा।