नोएडा (Noida) में अब होमगार्डों की तैनाती में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. दरअसल, जिले में होमगार्डों की फर्जी हाजिरी लगाकर सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगाया गया है.नोएडा पुलिस ने मामले का खुलासा किया है. जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने एसएसपी वैभव कृष्णा को जाँच के आदेश दिए हैं. इस मामले की जांच अब चार सदस्यीय टीम कर रही है.
डीजीपी के आदेश पर एसएसपी ने बैठाई जाँच
नोएडा (Noida) के एसएसपी वैभव कृष्णा ने बताया कि उन्हें हाल ही में ये खबर मिली कि होमगार्डों की ड्यूटी में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. कई जगह होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं जाते जबकि विभाग के अफसर उनकी ड्यूटी दिखाकर सरकार से उनके नाम का वेतन ले लेते हैं. यह घोटाला होमगार्ड विभाग के एक संगठित गिरोह के माध्यम से होता है.
मामला संज्ञान में आने के बाद जब डीजीपी के आदेश पर एसएसपी ने प्रारम्भिक जाँच बैठाई तब ये खुलासा हुआ कि होमगार्ड विभाग के अधिकारियों ने जिले के थाना प्रभारियों के फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी मुहर के जरिये इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है. जिसके बाद उन्होंने एसएसओ, लखनऊ मुख्यालय सुनील कुमार, मिर्जापुर के जिला कमांडेंट शैलेंद्र प्रताप सिंह, बागपत की मंडल कमांडेंट नीता भारती और मेरठ के मंडल कमांडेंट डीडी मौर्या को शामिल करके एक समिति बनाई और जांच शुरू कर दी.
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दो महीने में साढ़े सात लाख का हुआ घोटाला
इस जांच टीम ने कई-कई घंटे लगातार पत्रावलियों को परखा तब ये पर्दाफाश हुआ कि दो महीने में अभी तक साढ़े सात लाख का घोटाला हो चुका है. बता दें कि होमगार्ड की सबसे ज्यादा फर्जी उपस्थिति नोएडा के नॉलेज पार्क थानांतर्गत पाई गई हैं. जांच अधिकारियों ने कई थानों की फर्जी मुहर के साथ-साथ पत्रावलियों को भी जब्त किया है. डीजीपी का कहना है कि अब इस मामले में पूरे प्रदेश स्तर पर जांच बैठाई जाएगी, जिसमे कई बड़े चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं.
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