आगरा जिले में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित एसएसपी दफ्तर के एक बाबू की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद से न सिर्फ परिवारजन बल्कि साथी पुलिसकर्मियों ने भी दहशत का माहौल बना हुआ है। दरअसल, उन्हें सर्दी जुकाम और खांसी होने पर हरीपर्वत क्षेत्र के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन यहां पहली रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद दूसरी जांच कराई गई तब उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वेंटिलेटर पर चल रहा था इलाज
जानकारी के मुताबिक, आगरा एसएसपी ऑफिस के एकाउंट सेक्शन में तैनात उप निरीक्षक लेखा संजय सक्सेना (54) की रविवार को कोरोना से मौत हो गई। एसएसपी ऑफिस कोरोना संक्रमण मिलने से अफरा तफरी मच गई। पुलिस ऑफिस में काम करने के दौरान ही तबियत खराब हुई थी। तेज खांसी होने पर कोरोना जांच कराई गई। पहली रिपोर्ट नेगेटिव आई वहीं दूसरी में वह पॉजिटिव पाए गए। दो जून से उनका उपचार चल रहा था।
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रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज दे दिया गया। घर में दो दिन बाद फिर तबियत खराब हुई। तब देहली गेट स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। यहां जांच में रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई। नर्सिंग होम में कोविड मरीज भर्ती नहीं होते इसलिए उन्हें शिफ्ट करने के लिए कहा गया। परिजनों ने हाईवे स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया। यहां उनकी तबियत बिगड़ गई। उन्हें वेंटीलेटर की जरूरत पड़ी।
जनवरी में मिला था पुरस्कार
जिसके लिए उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां वह पहले दिन से वेंटीलेटर पर थे। रविवार की सुबह उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत के बाद नियमानुसार उनका संस्कार किया गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। बता दें कि इसी साल 26 जनवरी को सराहनीय कार्य के लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला था।
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