BT Fact Check: कानपुर में दारोगा ने महिला को जमीन पर पटक कर पीटा?, जानिए वायरल Video की सच्चाई

हाल ही में कानपुर जिले के एक दारोगा का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रहा है। वीडियो में दारोगा एक महिला के ऊपर चढ़ कर चिल्लाते नजर आ रहे हैं। अब इस मामले में पुलिस का बयान सामने आया है। कानपुर पुलिस का कहना है कि तस्वीरों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। हालांकि वीडियो सामने आने के बाद दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके साथ ही मामले में निष्पक्ष जांच के आदेश भी दिए गए हैं। जल्द ही असली दोषी का खुलासा हो जाएगा।


ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, कानपुर के दुर्गदासपुर गांव में बीते सात जून को वीरेंद्र सिंह के घर में लूट हुई थी और उसी गांव के ही रहने वाले सुरजीत सिंह उर्फ लबूदे व दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोपित सुरजीत की तलाश में पुलिस जुटी थी। एक युवक ने पुखरायां चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह को जानकारी दी कि आरोपी सुरजीत गांव में ही है।


जिसके बाद चौकी इंचार्ज पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और उन्हें आता देख वहां जुआ खेल रहे लोग भागने लगे। तभी दरोगा महेंद्र ने वहां खड़े शिवम यादव को पकड़ लिया और जीप में बैठाने लगे। इसपर शिवम की मां व अन्य महिलाएं पुलिस से भिड़ गईं। इस दौरान एक महिला और दरोगा महेंद्र की हाथापाई शुरू हो गई तभी शिवम यादव पुलिस की गिरफ्त से छूटकर भाग गया। इस दौरान गांव के ही राजबाबू यादव ने पुलिस व महिलाओं को अलग किया। इसी दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


कानपुर पुलिस ने बताई सच्चाई

वीडियो के बारे में कानपुर पुलिस का कहना है कि ‘चौकी इंचार्ज व महिला से संबंधित वायरल फोटो के संबंध में अवगत कराना है कि चौकी प्रभारी गांव में एक आरोपी की तलाश में गए थे, यहां एक अन्य युवक द्वारा पुलिस टीम के साथ बदतमीजी करने का प्रयास किया गया, जिसके बाद पुलिस द्वारा उस युवक को हिरासत में लेकर थाने लाया जा रहा था। इसी क्रम में उक्त युवक के परिजनों द्वारा जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं, पुलिस टीम पर अक्रामक होकर युवक को भगा दिया गया। महिला द्वारा चौकी इंचार्ज की गिरेबान पकड़ खींचा गया, जिससे महिला और चौकी इंचार्ज दोनों गिर गए, जिसका वीडियो संलग्न है। इसी वीडियो से स्क्रीनशॉर्ट लेकर और वायरल कर घटना को दूसरा रूप देने की कोशिश की जा रही है। महिलाओं द्वारा पुलिस पर मारपीट व बदतमीजी का आरोपि लगाया जा रहा है। उपरोक्त प्रकरण की संपूर्ण व निष्पक्ष जांच के लिए चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से लाईन हाजिर करते हुए क्षेत्राधिकारी से जांच कराई जा रही है।’


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