जहां एक तरफ डीजीपी ओपी सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि जनता से अच्छा व्यवहार करो, महिलाओं लड़कियों का सम्मान करो, वहीं दूसरी तरफ चंद पुलिसकर्मी ही लड़कियों की इज्ज़त को तार-तार कर देते हैं. अब ताजा मामला बांदा (Banda) जिले का है, जहां एक 15 साल की नाबालिग को उसी का पड़ोसी बहला फुसला कर भगाकर ले गया. जब एक पीड़ित पिता ने इसके लिए पुलिस ने मांगी तो दारोगा ने कीमत रखी पूरे 20 हजार. खैर पैसा लेने के बाद लड़की का पता लगाया गया फिर जो हुआ वो बेहद शर्मसार करने वाला है. पीड़ित पिता के मुताबिक, बरामद नाबालिग लड़की के साथ दारोगा पन्ना लाल ने जबरन दो रातें बिताई और अब वो उसे परिजनों से मिलने भी नहीं दे रहे हैं और साथ में पीड़िता पर ही बयान बदलने का दबाव डाल रहे हैं.
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, बांदा (Banda) जिले के अतर्रा थाने में एक व्यक्ति ने पहुंच कर दारोगा पन्ना लाल से अपनी बेटी बरामद करने की गुहार लगाई थी. जिसके नाम पर दारोगा ने पीड़ित पिता से बीस हजार रूपये की डिमांड की. पीड़ित पिता के मुताबिक, उसकी 15 साल की बेटी को 27 मई को पड़ोसी युवक अरुण बहला फुसला कर ले गया. जिसके बाद वो लगातार उसका पता लगाने के लिए भटक रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही.
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जिसके बाद आठ जुलाई को बांदा जिले के अतर्रा थाने में पोस्टेड दारोगा पन्ना लाल ने आठ जुलाई को पीड़ित पिता तक खबर पहुंचाई की आपकी बेटी सूरत में है अगर आप आने जाने का पैसा दें तो हम आपकी बेटी को लेने जायेंगे. उस बेबस पिता ने हर शर्त मानते हुए इस बात की भी हामी भर दी.
इसके बाद 10 जुलाई को बिना किसी महिला पुलिसकर्मी के दारोगा के साथ ड्राईवर और पीड़ित पिता सूरत के लिय निकल दिए और पीड़िता को बरामद कर लिया. फिर दारोगा ने पीड़ित के पैसे से ही दो कमरे बुक किये जिसमें जबरन पीड़िता बच्ची को अपने साथ रुकाया और ड्राईवर को उसके पिता के साथ. ऐसा दो रातों तक चला. अब 12 तारीख से दारोगा पीड़िता को अतर्रा थाने में रखे हुए हैं न तो पीड़िता को परिजनों से मिलने दे रहे हैं न बात करने दे रहे हैं.
शनिवार को एसपी दफ्तर पहुंचा पीड़ित पिता
ऐसे में 20 जुलाई को पीड़ित और बेबस पिता ने बांदा (Banda) एसपी दफ्तर जाकर मदद की गुहार लगाई जहां उनकी तबियत काफी बिगड़ गयी. आलम कुछ यूं हो गया कि अब उन्हें कानपुर रेफर किया गया है. फ़िलहाल सीओ सदर ने मामले की जांच पूरी तरह से करके कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है.
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