हाल ही में यूपी के कानपुर जिले में एक दारोगा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जिसके बाद साथी पुलिसकर्मियों ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मामला सामने आने के बाद ही इस बात की जांच शुरू दी थी। मामले में किसी तीसरे की भी भूमिका दिख रही है। साथ में मौजूद रहा सिपाही भी सवालों के घेरे में है। एक महिला सिपाही का नाम भी सामने आ रहा है। जिसकी हर पहलू पर जांच की जा रही है।
जहरीला पदार्थ खाकर किया था आत्महत्या का प्रयास
जानकारी के मुताबिक, 2015 बैच के दारोगा अनूप सिंह मूलरूप से उरई के एट गांव के रहने वाले हैं। परिवार में पत्नी पूनम, बेटा आयांश (03), पिता शत्रुघन, भाई दीपक हैं। अनूप सिंह का परिवार उरई में रहता है। अनूप कल्यानपुर में किराये के मकान में रहते हैं। बीती शाम अनूप आउटर पुलिस लाइन पहुंचे थे। जहां उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया। अनूप की हालत बिगड़ने लगी, उन्हें उल्टियां होने लगीं। दारोगा की हालत बिगड़ने पर साथी पुलिसकर्मी कांशीराम ट्रामा सेंटर ले गए। डॉक्टरों ने उन्हें हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हैलट में कुछ देर रखने के बाद एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसकी दोस्ती एक महिला सिपाही से थी। महिला सिपाही की दोस्ती किसी दूसरे से होने की जानकारी पर अनूप फजलगंज थाने पहुंचा था। इस बीच घटना के बाद 12 नवंबर से महिला सिपाही छुट्टी पर चली गई है। बताया जा रहा है कि महिला सिपाही को छुट्टी पर भेजा गया है। थानेदार भी तीन दिन तक मामला दबाए रहे। वहीं, एक मेडिकल स्टोर संचालक से पुलिस ने पूछताछ की।
सिपाही की भूमिका पर भी उठे सवाल
शुरुआती जांच में ये बात भी सामने आई है कि अनूप सिंह ने सिपाही के साथ शराब भी पी थी। जब अनूप की तबीयत बिगड़ी तो सिपाही उसको कार में लेकर इधर उधर घूम रहा था। तभी चुन्नीगंज में गाड़ी टकरा गई थी। जब विवाद की सूचना पर कर्नलगंज पुलिस पहुंची, तब पता चला कि दरोगा अनूप सल्फास खाए हुए है। कर्नलगंज पुलिस ने ही उनको भर्ती कराया था। ऐसे में सिपाही की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।