उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में सोमवार को पुरानी पेंशन की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष संचालन समिति ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार पुरानी पेंशन बहाली के लिए किशनी व जागीर ब्लॉक से आंदोलन शुरू किया। सैकड़ों शिक्षकों ने जुलूस में प्रतिभाग किया। ईशन नदी पुल पर पहुंचकर शिक्षकों ने जाम लगा दिया। यहां एक घंटे तक जाम के हालात रहे।
166 शिक्षकों ने दी गिरफ्तारी
वहीं, कलक्ट्रेट पहुंच कर 120 शिक्षकों व 46 शिक्षिकाओं ने प्रांतीय मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह व जिला संरक्षक सत्यवीर सिंह, ब्लॉक किशनी अध्यक्ष वैभव के संयुक्त नेतृत्व में जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारियां दी। वहीं, गिरफ्तारी के बाद उन्हें एसडीएम सदर ने निजी मुचलके पर रिहा किया। शिक्षक शिक्षिकाओं की भारी भीड़ के आगे प्रशासन के हाथ पैर फूल गए महिलाओं की संख्या देखकर आनन फानन में महिला पुलिस का भी इंतजाम किया। इसके अतिरिक्त सीओ मैनपुरी के नेतृत्व में दर्जनों पुलिसकर्मी जुलूस के साथ आगे पीछे चलते रहे।
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इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशमंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जहां एक ओर अल्प समय के लिए बने जनप्रतिनिधियों को पुरानी पेंशन एवं पारिवारिक पेंशन मिलती है, वहीं दूसरी ओर पूरे जीवन सरकार की सेवा करने वाले शिक्षक कर्मचारियों को नई पेंशन दी जाती है। एक देश में दो तरह के कानून नहीं चलने दिया जाएगा। जिला संरक्षक सत्यवीर सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों के बुढ़ापे की लाठी है, जिसे हर कीमत पर लेकर रहेंगे।
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वहीं, किशनी ब्लॉक अध्यक्ष वैभव यादव ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि शिक्षकों ने ईशन नदी पुल पर करीब एक घंटे तक जमकर हंगामा काटा। इस दौरान पुल के दोनों तरफ जाम लगा रहा। जाम में फंसे लोग परेशान रहे, लेकिन जिला प्रशासन चाहकर भी जाम को नहीं खुलवा सका। शिक्षक-शिक्षिकाएं इतने उत्तेजित थे कि पुलिसकर्मी तमाशा देखते रहे।
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