हाल ही में लखनऊ एक महिला सिपाही का शव नाले में मिलने से हड़कंप मच गया था। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मामले की जांच शुरू की और जांच में एक तहसीलदार गिरफ्तार किया गया। महिला आरक्षी व तहसीलदार के बीच करीब पांच साल पहले फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए। पति को तलाक देने के बाद महिला सिपाही तहसीलदार पर शादी के लिए दबाव डाल रही थी। इससे तंग आकर तहसीलदार ने यह साजिश रची। उसने महिला सिपाही को फोन कर पीजीआई अस्पताल के पास बुलाया। आरोपी और उसके दोस्त ने उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया जिससे वह बेहोश हो गई। तब आरोपियों ने गला दबाकर उसकी जान ले ली थी। फिलहाल पोस्टमार्टम के दौरान वीडियो व फोटोग्राफी कराई गई है। वहीं स्लाइड व स्वॉव बनाया गया है। जांच के लिए बिसरा भी सुरक्षित रखा गया है।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को लखनऊ मुख्यालय में तैनात महिला सिपाही रुचि का शव कल्ली माती स्थित नाले में मिला था। शव की शनिवार को शिनाख्त हुई तो अफसर हरकत में आए। कुछ दिन पहले ही रुचि के साथ काम करने वाली एक महिला सिपाही ने सोशल मीडिया पर रुचि की फोटो डालकर उनके लापता होने की जानकारी दी। इसके बावजूद मुख्यालय में तैनात अधिकारियों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। अब जब महिला सिपाही की हत्या की पुष्टि हो गई तो पुलिस विभाग ने मामले में संज्ञान किया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला सिपाही ने पति पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराकर तलाक लिया था। रुचि की शादी जून 2019 में कांस्टेबल नीरज के साथ हुई थी। दिसंबर 2019 में रुचि भी बतौर सिपाही भर्ती हो गई। लेकिन इसके पहले से ही प्रयागराज के तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। नौकरी पाने के बाद रुचि ने अपने पुराने प्रेम को उजागर कर दिया। इसके पहले उसने पति नीरज के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करवाया। इसके बाद पद्मेश के कहने पर तलाक का केस कर दिया। कुछ माह बाद ही दोनों का तलाक हो गया।
तहसीलदार ने कराया था तलाक
लोगों का कहना है कि महिला सिपाही का तलाक भी तहसीलदार ने ही कराया था। नजदीकियां बढ़ने के बाद रुचि, पद्मेश पर शादी का दबाव बनाने लगी। दबाव बढ़ने पर पद्मेश ने रुचि को बताया कि वह शादीशुदा है। इसके बाद से दोनों में विवाद शुरू हो गया था। रुचि हर हाल में पद्मेश से शादी करना चाहती थी। अक्सर दोनों का मोबाइल पर झगड़ा होता था। पद्मेश ने पत्नी प्रगति को पूरी बात बता दी थी। बार-बार कॉल आने से पद्मेश परेशान था। उसका पत्नी से भी आए दिन विवाद होने लगा था। वारदात से कुछ दिन पहले रुचि ने पद्मेश को कॉल की थी जिसे प्रगति ने उठाया था। प्रगति ने रुचि से बात की थी। इस दौरान मोबाइल पर दोनों में जमकर कहासुनी हो गई। इसके बाद पद्मेश ने रुचि की हत्या की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अपने परिचित नामवर सिंह को साजिश में शामिल किया।
रुचि के शव की शिनाख्त के बाद से पुलिस उसकी कॉल डिटेल के जरिए हत्यारे की तलाश कर रही थी। रुचि ने आखिर कॉल प्रतापगढ़ रानीगंज के तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव के मोबाइल नंबर पर की थी। रुचि की आखिरी लोकेशन पीजीआई इलाके में मिली थी जिसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया था।
कई आरोपी गिरफ्तार
महिला सिपाही के भाई की तहरीर पर पीजीआई पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, उनकी पत्नी प्रगति व उनके सहयोगी नामवर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी के मुताबिक,महिला सिपाही की मौत सिर पर भारी सामान से वार करने से हुई थी। मामले में आरोपी नायब तहसीलदार को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
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