जहाँ भारत एक ओर गणतंत्र दिवस मनाने में जुटा है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी आतंकी अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने देने से बाज नहीं आ रहे हैं. शनिवार को गणतंत्र दिवस पर भी आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमले किए, जिसमें सीआरपीएफ के पांच जवान घायल हो गए. आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी के पुलवामा के पंपोर और खानमो इलाके में हमले किए. आतंकियों ने SOG और CRPF कैंप को निशाना बनाया. इसके बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.
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गणतंत्र दिवस की सुबह तक दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी रही. अब तक सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है. इससे पहले इन आतंकियों की संख्या 3 से 4 बताई जा रही थी. ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के बताए जा रहे हैं. ये आतंकी गणतंत्र दिवस पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे. इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान ने पुंछ, राजौरी सेक्टर और सुंदरबनी सेक्टर समेत लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) से सटे चार स्थानों पर सीजफायर तोड़ा था. इन इलाकों में सीमा पार से स्मॉल आर्म्स से फायरिंग की गई थी और मोटार से गोले दागे गए थे. भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का माकूल जवाब दिया था.
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आपको बता दें कि पिछले साल सुरक्षा बलों ने कश्मीर में 260 से ज्यादा खूंखार दहशतगर्द आतंकियों को ढेर किया था. कश्मीर में टॉप 12 आतंकी कमांडरों में से अब तक 10 को ठिकाने लगाया जा चुका है. इन 12 टॉप आतंकी कमांडरों में सिर्फ रियाज नायकू और जाकिर मूसा ही बचे हैं. कश्मीर घाटी में दहशत का पर्याय रहे जीनत उल-इस्लाम, अबू मतीन, अबू हमास, मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू, सद्दाम पाडर, अबु कासिम, समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर और सब्जार अहमद सोफी जैसे खतरनाक आतंकी कमांडरों का सफाया हो चुका है.
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