भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने एक इंटरव्यू में राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी राजनीतिक दल या संगठन रिटायरमेंट की उम्र तय कर सकता है, लेकिन यह तय नहीं कर सकता कि कोई व्यक्ति कब तक योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा, ‘राजनीति एक मंच है और योगदान मेरी क्षमता है, जो अंतिम समय तक मेरे साथ रहेगा।’
चुनाव लडूंगी, लेकिन जब तैयार रहूंगी: उमा भारती
अपने चुनाव लड़ने को लेकर भी उमा भारती ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि वह अगला चुनाव लड़ेंगी, लेकिन तभी जब उन्हें लगेगा कि वे इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मेरी उम्र अभी 65 साल भी नहीं है, प्रधानमंत्री मोदी ने भी 65 साल की उम्र में चुनाव लड़ा था। मैं भी जब खुद को तैयार महसूस करूंगी, तभी मैदान में उतरूंगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति में सक्रिय रहना और चुनाव लड़ना दो अलग-अलग बातें हैं।
ईमानदारी मेरी कमजोरी है: उमा भारती
इंटरव्यू में उमा भारती ने स्वीकार किया कि उनकी सबसे बड़ी कमजोरी उनकी ईमानदारी है। उन्होंने कहा कि अगर वह किसी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ती हैं, तो उन्हें वहां के लोगों के प्रति पूर्ण समर्पण और जवाबदेही निभानी होगी। “अगर मैं किसी की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई, तो मुझे उसका पछतावा होगा,” उन्होंने कहा। यही कारण है कि उनका चुनाव लड़ने का फैसला पूरी तरह उद्देश्य और परिस्थिति पर निर्भर करेगा।
राजनीतिक सफर की झलक
उमा भारती का राजनीतिक करियर लंबे समय से सक्रिय और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने पहली बार 1989 में खजुराहो से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में कदम रखा। इसके बाद 1991, 1996 और 1998 में भी उसी सीट से जीत दर्ज की। 1999 में उन्होंने भोपाल सीट से चुनाव लड़ा और 2003 में मध्य प्रदेश में भाजपा के प्रचार अभियान की अगुवाई करते हुए पार्टी को भारी जीत दिलाई, जिससे दिग्विजय सिंह का 10 साल पुराना शासन समाप्त हुआ।
2014 में झांसी से बनीं सांसद और मंत्री
2014 में उमा भारती ने उत्तर प्रदेश की झांसी सीट से चुनाव लड़ा और विजयी होकर मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं। उनका राजनीतिक जीवन न केवल चुनावी जीतों से भरा रहा है, बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी उन्होंने पार्टी को मजबूती दी है। अब उनके अगला चुनाव लड़ने के फैसले पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।