उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर को उड़ाने की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसके अनुसार, राम मंदिर को 5 अप्रैल को बम से उड़ा देने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए अब्दुल को 4 अप्रैल को दो हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराए गए थे, जिन्हें लेकर वह फरीदाबाद से अयोध्या जाने वाला था।
अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी और छापेमारी
गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में अब्दुल रहमान को 2 मार्च को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद यूपी एटीएस ने कार्रवाई तेज कर दी है और अब्दुल के नेटवर्क का पता लगाने के लिए लखनऊ, अयोध्या, आजमगढ़ समेत कई जिलों में छापेमारी की है। इन छापों में कुछ संदिग्ध युवकों को हिरासत में भी लिया गया है।
ISIS के मॉड्यूल से जुड़ा था अब्दुल रहमान
अब्दुल रहमान ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह 10 महीने पहले ISIS के खुरासान प्रांत (ISKP) से जुड़ा था। इस दौरान उसने राम मंदिर को बम से उड़ाने के लिए ट्रेनिंग ली थी। उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल के माध्यम से इस ट्रेनिंग के लिए मार्गदर्शन किया गया था। यह जानकारी जांच एजेंसियों के लिए एक और बड़ी चुनौती है।
नाम बदलकर रह रहा था अब्दुल रहमान
अब्दुल रहमान के परिवार के अनुसार, वह दिल्ली स्थित मरकज में जमात में शामिल होने के लिए गया था। लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि वह नाम बदलकर फरीदाबाद में रह रहा था। पुलिस को आशंका है कि इस साजिश में अब्दुल के अलावा कुछ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिसके कारण अब्दुल को 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया गया है।
आगे की कार्रवाई और जांच
यूपी एटीएस अब्दुल रहमान के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। जांच एजेंसियां यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि इस साजिश में कितने और लोग शामिल हो सकते हैं, ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।