उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद (Unnao) में इंस्पेक्टर अशोक कुमार (Inspector Ashok Kumar) का शव रविवार की रात कोतवाली परिसर स्थित उनके ही सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला है। इंस्पेक्टर ने 18 दिन पहले ही सफीपुर कोतवाली का चार्च संभाला था। इस घटना की जानकारी रात करीब सवा 12 बजे उनके आवास पर पहुंचे हमराही को शव फंदे से लटकता हुआ मिलने पर हुई।
वहीं, सिपाही की सूचना पर सीओ मौके पर पहुंचे और घटना की छानबीन की। एसपी ने कहा कि रात में प्रभारी निरीक्षक की फोन पर पत्नी से बात हुई। उसी के बाद वो अपने कमरे पर चले गए, जिसके बाद ही घटना हुई। मूल रूप से अमरोहा जिले के निवासी प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार जनपद लखीमपुर से जिले में एक माह पहले तैनात हुए थे।
इसके बाद एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी बनाया था। रविवार रात कोतवाली से वह अपने सरकारी आवास पर आए, जहां रात करीब सवा 12 बजे उन्हें गश्त के लिए बुलाने पहुंचे सिपाही को उनका शव फंदे से लटका मिला।
सिपाही ने अन्य स्टाफ को घटना की सूचना दी। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया प्रथम दृष्टया स्टाफ से जो जानकारी मिली है उसके अनसुार घटना से कुछ समय पहले अशोक कुमार की फोन पर पत्नी से बात हुई है। उसी के बाद वह अपने कमरे में चले गये। कुछ समय बाद ही उनके फंदे से लटक होने की सूचना मिली।
पुलिस इसे सुसाइड का केस मानकर चल रही है। हालांकि, इंस्पेक्टर ने कोतवाली में आत्महत्या क्यों की, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
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