उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी सरकार (Yogi Govrnment) की ओर से अवैध मदरसों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिले में नेपाल सीमा से सटे 15 किलोमीटर के दायरे में बने 37 अवैध मदरसों की पहचान की गई है। इनमें से करीब एक दर्जन मदरसे प्रशासन ने ध्वस्त कर दिए हैं। जिलाधिकारी राजा गणपति ने जानकारी दी कि बाकी बचे मदरसों को नोटिस भेजा गया है और समय पर जवाब न मिलने की स्थिति में उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी जमीन पर बना था मदरसा
इससे पहले श्रावस्ती जिले में भी प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की थी। हरदत्त नगर गिरंट इलाके में सरकारी खाद गड्ढे की जमीन पर बने एक अवैध मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया। यह मदरसा ‘जामिया रिजविया शमशुल उलूम’ के नाम से संचालित हो रहा था। जांच में सामने आया कि यह मदरसा बिना अनुमति के सरकारी भूमि पर बनाया गया था, जिसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी गई थी। इसके बाद बुलडोजर कार्रवाई की गई और भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच मदरसा गिरा दिया गया।
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कई मदरसों ने खुद ही ढांचा हटाया
सिर्फ श्रावस्ती या सिद्धार्थनगर ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों में भी प्रशासन की सख्ती दिखाई दी। 18 जून को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए तीन मदरसों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। फतेहपुर बंगाई गांव में दो अवैध मदरसे हटाए गए, जबकि रामपुर बस्ती इलाके में स्थित मदरसा गौसिया ताजुल उलूम और मदरसा गौसिया फैजाने रजा शमशुल ने प्रशासन की नोटिस के बाद स्वेच्छा से अपने निर्माण हटा लिए।
सरकारी जमीन पर अतिक्रमण नहीं होगा बर्दाश्त: प्रशासन
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में सरकारी जमीन पर अवैध धार्मिक निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह अभियान सिर्फ मदरसों तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी प्रकार के गैरकानूनी निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।