यूपी एटीएस (UP ATS) ने हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े एक और आतंकी फिरदौस को गिरफ्तार किया है. दरअसल, एटीएस द्वारा गिरफ्तार आतंकी अहमद रजा से पूछताछ में फिरदौस का नाम सामने आया था. अहमद ने पूछताछ में एटीएस को बताया था कि आतंकी और जिहादी काम के लिए फिरदौस ने ही उसे आतंकी ट्रेनिंग के लिए अनंतनाग बुलाया था. इसी ने उसे आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में काम करने की कसम दिलाई थी. साथ ही इसी ने उसे हिजबुल की सदस्यता भी दिलाई थी. फिरदौस अहमद डार को पाकिस्तान से भारत में शरिया कानून लागू करवाने के मिशन पर भेजा गया था. इसके लिए वह टीम में युवा आतंकियों की भर्ती कर रहा था.
अधिकारियों के मुताबिक, डार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की मदद से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद एटीएस अदालत ने शनिवार को डार से पूछताछ करने के लिए सुरक्षा एजेंसी को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया है. अब फिरदौस रविवार सुबह 10 बजे से 19 अगस्त शाम 6 बजे तक जांच एजेंसी की हिरासत में रहेगा. एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अदालत में उसकी हिरासत रिमांड की मांग करते हुए कहा कि डार ने अहमद रजा को अपने प्रभाव में लेकर हिजबुल मुजाहिदीन में भर्ती कराया था. उडार विभिन्न मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से पाकिस्तानी हैंडलर गाजी के साथ नियमित संपर्क में था.
डार भारत में लागू करवाना चाहता था शरिया कानून
सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक घाटी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और अंततः भारत में शरिया कानून स्थापित करने के लिए डार को भेजा गया था. इसके लिए उसे आग्नेयास्त्रों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की एक खेप उपलब्ध कराने का वादा किया गया था. आतंकी डार को इस मिशन को अंजाम देने के लिए देश भर में लोगों की भर्ती करने के लिए भी कहा गया था. डार ने हिजबुल शिविरों में आग्नेयास्त्र प्रशिक्षण लेने और आतंकवादी संगठन में भर्ती के लिए प्रतिज्ञा लेने की बात कबूल की है. इससे पहले एटीएस ने रजा की 14 दिन की कस्टडी रिमांड भी हासिल की थी. एटीएस ने रिमांड की मांग करते हुए कहा कि रजा को उसके नापाक इरादों और योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए जम्मू-कश्मीर, मुरादाबाद और सहारनपुर ले जाया जाएगा.
फिरदौस अहमद पाकिस्तानी हैंडलर और हिजबुल कमांडरों के संपर्क में था
आतंकी फिरदौस अहमद डार कथित तौर पर हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा था. साथ ही वह पाकिस्तान स्थित हैंडलर और दो हिज्बुल कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में था. उसने कथित तौर पर 2022 में जम्मू-कश्मीर में दो स्थानों पर आग्नेयास्त्र प्रशिक्षण भी प्राप्त किया था और कुछ आतंकवादी गतिविधि की योजना बना रहा था. एटीएस ने उसके मोबाइल फोन गैलरी से कई जिहादी वीडियो, विभिन्न हथियारों और गोला-बारूद की तस्वीरें और इसके प्रशिक्षण मॉड्यूल बरामद करने का दावा किया. यह भी दावा किया गया था कि उसे मुंबई की एक महिला अमीना ने हनीट्रैप में फंसाया था, जिसके साथ उसने फोन पर बातचीत की और फिर उसे आतंकी नेटवर्क में खींच लिया.
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