उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल खत्म (UP Bijali Hadtal) हो गई है. संघर्ष समिति ने 72 घंटे के कर्य बहिष्कार आंदोलन का ऐलान किया था जिसे एक दिन पहले ही वापस ले लिया गया है. हड़ताल वापसी के ऐलान के साथ ही ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (Energy Minister AK Sharma) ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से कहा है कि प्रदेश में जहां कहीं भी बिजली सप्लाई ठप हो उसे जल्द से जल्द शुरू किया जाए और जो भी कर्मचारी कार्यस्थल पर न हों वे तुरंत जाकर अपनी ड्यूटी संभालें.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के पिछली विशेष वार्ता दिसम्बर महीने हुई थी. दिसम्बर महीने में हड़ताल का अल्टीमेटम हुआ था .बातचीत करके हड़ताल खत्म कराया गया. दिसम्बर में समझौता हुआ था उनके कुछ बिंदु पर सहमति थी इसी बीच हड़ताल का ऐलान हुआ.संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का धन्यवाद देता हूँ कि हमारी भावनाओ मुख्यमंत्री की भावनाओ का सम्मान रखा गया.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि हड़ताल एक दिन पहले वापस लिया है. कर्मचारी तुरंत कार्यभार संभालेंगे आशा करता हूँ. जहां समस्या हुई है उसे तत्काल दूर किया जाय. हमने कहा है कि उनकी मांगों को लेकर पूरा प्रबंधन सतर्क है बातचीत करके किया जाएगा. मुकदमे वापस लिए जाने के लिए चेयरमैन निर्देश दिया है.
एके शर्मा ने यूपीपीसीएल चेयरमैन को निर्देशित किया है कि अब तक कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में चाहे एफआईआर हो, निलंबन हो या किसी भी तरह की कार्रवाई, उसे जल्द वापस लिया जाए. मंत्री ने संघर्ष समिति के नेताओं से बातचीत कर उनके मुद्दों पर विचार करने के लिए आने वाले समय में वार्ता के माध्यम से हल करने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के कारण प्रदेश में हाहाकार जैसी स्थिति थी. करीब 80 फीसदी इलाकों में हड़ताल का असर दिख रहा था. ऐसे में सरकार और बिजली यूनियन के बीच लगातार वार्ता चल रही थी. ऐसे में मंत्री ने विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के साथ लगातार बैठकें की. बैठक के बाद संघर्ष समिति ने रविवार को दोपहर बाद यूनियन के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने हड़ताल को वापस लेने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल को समाप्त करने का ऐलान किया गया.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और हड़ताली कर्मचारी संगठन के बीच रविवार को बैठक शुरू हुई. बैठक में ऊर्जा मंत्री ने यूपीपीसीएल के चेयरमैन को कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जो भी दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए. कर्मचारियों की मांगों को लेकर ऊर्जा मंत्री ने सकारात्मक संकेत दिए. इसके बाद यूनियन के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने हड़ताल को समाप्त करने पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगों को लेकर सकारात्मक है. इसके बाद जनहित में तत्काल बिजली कर्मियों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया.
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