UP: बदायूं में अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड नाम की एक वित्तीय कंपनी ने करीब 15,000 निवेशकों से मोटे मुनाफे का लालच देकर लगभग 100 करोड़ रुपये की धनराशि इकट्ठा की, लेकिन अब कंपनी ने अचानक अपना दफ्तर खाली कर दिया है। शुक्रवार को कंपनी के बदायूं स्थित कार्यालय और बरेली में निदेशक के आवास पर निवेशकों और अभिकर्ताओं ने जबरदस्त हंगामा किया।
30 साल से चल रही थी स्कीम, अब एक साल से भुगतान बंद
मीरा सराय, शेखूपुर रोड पर स्थित इस कंपनी ने करीब तीन दशक से लोगों को आरडी और एफडी पर बैंकों से ज्यादा रिटर्न का वादा कर पैसा निवेश कराया था। लेकिन पिछले एक साल से कंपनी ने निवेशकों को भुगतान करना बंद कर दिया था। अब अचानक ऑफिस खाली कर देने से लोगों में रोष है।
दफ्तर से सामान हटाते वक्त हुआ बवाल
शुक्रवार को जब कंपनी का एसी और अन्य सामान हटाया जा रहा था, उसी दौरान नाराज निवेशक मौके पर पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। इसके बाद गुस्साए लोग बरेली में कंपनी निदेशक शशिकांत मौर्य और भाजपा महानगर मंत्री सूर्यकांत मौर्य के आवास पर पहुंचे और घेराव किया।
निदेशक घर में छिपा, पुलिस से नोकझोंक
निवेशकों का कहना था कि आरोपी घर के अंदर ही छिपा है, लेकिन पुलिस ने बताया कि घर में सिर्फ महिलाएं मौजूद हैं। आखिरकार शाम को पुलिस ने घर में मौजूद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
सोशल मीडिया पर निदेशक की सफाई
घटनाक्रम के बाद निदेशक शशिकांत मौर्य ने सोशल मीडिया पर सफाई दी कि उसकी मंशा गलत नहीं है और अब मामला कोर्ट में है, इसलिए वह कोर्ट के आदेशों के अनुसार ही कोई कदम उठाएगा।
पूंजी डूब गई, भरोसा टूटा: निवेशक
बदायूं से बरेली पहुंचे कई निवेशकों ने बताया कि उन्होंने जीवनभर की कमाई इस कंपनी में निवेश कर दी थी। कुछ ने अपनी जमीन तक बेच दी। अब लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कुछ अभिकर्ता खुद भी ठगे गए हैं और अब आम जनता उनके ऊपर भुगतान का दबाव बना रही है।
नाम और राजनीतिक पहचान मिटाने की कोशिश
हंगामे के बीच शशिकांत और सूर्यकांत ने अपने घर की दीवारों पर लिखे नाम और भाजपा पद को पुतवाने के लिए पेंटर बुलाया, लेकिन मौजूद लोगों ने इसका वीडियो और फोटो ले लिया। लोगों का आरोप है कि सूर्यकांत मौर्य बरेली में इसी कंपनी के माध्यम से ठगी का संचालन कर रहा था।
पुलिस पर सवाल
बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि फिलहाल कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर जांच होगी। वहीं, बदायूं कोतवाली में तीन अभिकर्ताओं से पूछताछ जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धोखाधड़ी का मामला बदायूं में हुआ है, इसलिए वहीं रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। निवेशकों का कहना है कि आरोपी राजनीतिक रसूख रखते हैं, इसलिए पुलिस-प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद कम है। फिर भी वे जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों से मिलकर मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाएंगे और न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे।