उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनावों (UP By Election 2024) में ‘जुड़ेंगे…कटेंगे’ जैसे नारों पर राजनीति गरमाती जा रही है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ बयान को इतिहास का सबसे खराब नारा बताने के बाद भाजपा और सपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। सपा अध्यक्ष के बयान का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने रविवार को कहा कि सपा वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘जिहादियों’ का समर्थन करती है।
सपा का असली एजेंडा मुस्लिम तुष्टिकरण
उन्होंने कहा, “सपा का असली एजेंडा मुस्लिम तुष्टीकरण और वोटबैंक के लिए जिहादियों को खुला समर्थन देना है।” मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि सपा ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और ‘वोट जिहाद’ जैसे मुद्दों के जरिए समाज को बांटने का प्रयास कर रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा धार्मिक ध्रुवीकरण के जरिए अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है, जबकि सपा पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) गठबंधन के सहारे जातीय ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने की कोशिश में जुटी है। चुनाव नतीजों से ही पता चलेगा कि जनता किसकी रणनीति को समर्थन देती है।
सपा कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर
इस बीच, सपा कार्यालय के बाहर शनिवार रात एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें लिखा है- ‘मठाधीश बांटेंगे और काटेंगे… पीडीए जोड़ेगी और जीतेगी।’ यह पोस्टर भी चर्चा में आ गया है। वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि भाजपा और सपा के बीच इस मुद्दे पर चल रही पोस्टरबाजी फिजूल है और जनता को बसपा के साथ जुड़ने की अपील की है।
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उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 23 नवंबर को होगा, जिससे पहले जुड़ेंगे…कटेंगे के इर्द-गिर्द बयानबाजी तेज हो गई है।
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