यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में हर पद की बोली लगती थी, एक-एक भर्ती में वर्षों लग जाते थे, तब भी परिणाम नहीं आ पाता था. पूरा कुनबा परीक्षा के पहले ही नौकरियों का सौदा कर लेता था. सपा सरकार का शगल युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बन गया था. यह बातें उन्होंने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहीं. उन्होंने कहा कि सपा मुखिया के मुंह से भर्ती, परीक्षा और परिणाम की बात अच्छी नहीं लगती.
युवाओं के सपने को रौंदने वालों को आज युवाओं की याद आ रही है, जिन्होंने सरकार रहते कभी युवाओं के भविष्य के बारे में नहीं सोचा. सपा सरकार में पहले तो सरकारी नौकरी के लिए भर्ती निकलती नहीं थी. युवाओं के दबाव में अगर कोई भर्ती निकल भी गई, तो उसके लिए भी युवाओं को वर्षों इंतजार करना पड़ता था.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में हर भर्ती पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता और शुचिता के साथ पूरी हुई है. एक भी भर्ती में किसी अभ्यर्थी ने भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए हैं. यह साबित करता है कि सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर अति संवेदनशील है. राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा को लेकर एसटीएफ पहले से सक्रिय थी, जिसका नतीजा है कि 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नकल माफिया सपा सरकार की देन: ब्रजेश पाठक
ब्रजेश पाठक ने कहा कि जिनके घर शीशों के हों, उन्हें दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. नकल माफिया सपा सरकार की देन हैं. पूरे शिक्षा व्यवस्था को सपा ने नकल माफिया के हाथों बेच रखा था. हमारी सपा मुखिया को सलाह है कि वह युवाओं को गुमराह करने के बजाय उन्हें सही राह दिखाएं.
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