उत्तर प्रदेश में डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने महिला सिपाहियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब महिला सिपाही केवल संतरी या फिर ऑफिस की ड्यूटी नहीं करेंगी। उन्हें भी पुरुष सिपाहियों की तरह ही फील्ड में उतरकर बीट पर काम करना पडे़गा।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि महिला पुलिसकर्मी अब सिर्फ संतरी या ऑफिस का काम नहीं करेंगी। उन्हें बीट पर तैनाती दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुरुष पुलिसकर्मियों की तरह महिला पुलिसकर्मियों को उनकी योग्यता के मुताबिक तैनाती दी जाएगी। यूपी पुलिस में वर्तमान समय में लगभग 40 हजार महिला पुलिस कार्य कर रही हैं।
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2016 में यह सख्या करीब 11 हजार थी, लेकिन बीते कुछ वर्षो में महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी में इजाफा हुआ है। ऐसे में डीजीपी प्रशांत कुमार की मंशा है कि महिला पुलिसकर्मियों को भी पुरुष पुलिसकर्मियों की तरह सशक्त बनाया जाए। यही वजह है कि महिला सिपाही भी अब पुरुष पुलिसकर्मियों की तरह फील्ड में उतरकर काम करती नजर आएंगी।
वहीं, मंगलवार को सीएम योगी ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया है। अब उनकी जगह राजीव कृष्णा को नया अध्यक्ष बनाया गया है। दरअसल, यूपी में 60,000 से अधिक सिपाही भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था।
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सभी सभी 75 जिलों में सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा 17 व 18 फरवरी को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। बाद में यूपी सरकार ने परीक्षा को रद्द कर दिया था। साथ ही छह माह में इसे फिर से कराने के निर्देश जारी किए गए थे।
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