केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज यानी बुधवार को 14वां दिन है। सरकार ने आज सिंघु बॉर्डर पर किसानों को प्रस्ताव भेज दिया है। अब किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर बैठक कर रहे हैं। इस बीच योगी उत्तर प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Suresh Kumar Khanna) ने कहा कि पीएम मोदी का कृषि कानूनों पर रुख बहुत साफ है। ये कानून सरकार वापस नहीं लेगी।
मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि ये सब कांग्रेस की राजनीति है। किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। कांग्रेस अपना घोषणा पत्र उठाकर देख ले, ये वही कानून हैं, जिनकी उन्होंने घोषणा की थी। आगरा पहुंचे मंत्री सुरेश खन्ना ने कोरोना महामारी की समीक्षा के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट देश के रेट से बहुत कम है। स्थिति सुधर रही है।
बता दें कि मंगलवार को 13 किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ चार घंटे तक चली बातचीत में किसी हल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं हो सका। इधर, अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हनन मुल्ला ने कहा कि कल बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला।
सरकार ने 10 दिसंबर को बैठक के लिए बोला है, अगर प्रस्ताव के बाद कुछ सकारात्मक निकल कर आता है तो कल बैठक हो सकती है। सरकार का मसौदा हाथ में आने पर भारतीय किसान यूनियन के राज्य अध्यक्ष ने कहा कि हम भारत सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर विचार-विमर्श करने जा रहे हैं। उसके बाद आगे की बात होगी।
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