गोरखपुर (Gorakhpur) जिले के पिपरी भटहट क्षेत्र ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय (Mahayogi Guru Gorakhnath Ayush University) का भव्य लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय चिकित्सा प्रणाली, योग और आयुर्वेद को समर्पित इस संस्थान को देश के लिए एक नई दिशा देने वाला कदम बताया।
राष्ट्रपति ने किया रुद्राक्ष का पौधारोपण
राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्वविद्यालय परिसर में रुद्राक्ष का पौधरोपण कर भारतीय ज्ञान परंपरा और प्रकृति के प्रति सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि योग और आयुष पद्धति न केवल हमारी संस्कृति की पहचान हैं, बल्कि आज की दुनिया में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इनकी महत्ता बढ़ती जा रही है। रुद्राक्ष का पौधरोपण इस समर्पण का प्रतीक है, जो भारतीय दर्शन और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है।
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— Breaking Tube News (@breakingtube1) July 1, 2025
आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी भी रहे मौजूद
इस भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) सहित अनेक जनप्रतिनिधि और विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर कहा कि यह विश्वविद्यालय पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए आयुष शिक्षा और शोध का केंद्र बनेगा। कार्यक्रम ने गोरखपुर को एक बार फिर से सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित किया।