उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार के समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण (Asim Arun) ने मुरादाबाद के छात्रावास में बच्चों की शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। बच्चों ने छात्रावास में कार्यप्रणाली में गड़बड़ी की बात उठाई थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री ने मामले की जांच का आदेश दिया।
वर्चुअल निरीक्षण के बाद छात्रावास अधीक्षक निलंबित
मंत्री असीम अरुण ने स्वयं वर्चुअल निरीक्षण के माध्यम से पूरी स्थिति का जायजा लिया। जांच के आधार पर उन्होंने छात्रावास के अधीक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासनिक जांच कराने और आवश्यक होने पर एफआईआर दर्ज कराने की भी बात कही।
सोशल मीडिया पर दी जांच और कार्रवाई की जानकारी
भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं!
मुरादाबाद से बच्चों ने मुझे शिकायत की कि छात्रावास में काम सही नहीं हुए
मैंने स्वयं जाना चाह रहा था, पर वर्चुअल निरीक्षण का प्रयोग किया
प्रकरण की तुरंत जांच हुई, छात्रावास अधीक्षक को निलंबित किया गया
दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी,… pic.twitter.com/aT2TNLNo63
— Asim Arun (@asim_arun) July 11, 2025
मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में लिखा कि भ्रष्टाचार को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों की शिकायत मिलने के तुरंत बाद जांच हुई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने बच्चों को उनकी शिकायत के लिए धन्यवाद दिया और उनकी बातों को गंभीरता से लिया गया।
बच्चों से संवाद के दौरान हुई जांच की पुष्टि
मंत्री असीम अरुण ने मोबाइल वीडियो कॉल के जरिए बच्चों से बात की, जिसमें महिला जांच अधिकारी भी मौजूद थीं। मंत्री ने कहा कि जांच अधिकारी सुनीता ने बच्चों के बयान को दर्ज किया है और जो तथ्य सामने आए हैं, उनके आधार पर छात्रावास अधीक्षक का निलंबन उचित है। उन्होंने प्रशासनिक जांच और जरूरत पड़ने पर एफआईआर कराने की भी बात दोहराई, साथ ही भरोसा दिलाया कि नए अधिकारी ईमानदारी से कार्य करेंगे।