UP: कंटेनमेंट जोन में घुसकर खुद ले रहे व्यवस्थाओं का जायज़ा, ऐसा करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री बने योगी

यूपी के सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से ही लगातार ग्राउंड जीरो पर हैं. सीएम योगी कोरोना की दूसरे लहर में गाउंड जीरो पर उतरने वाले देश के पहले मुख्ययमंत्री हैं, जो गांव-गांव और जिले-जिले जाकर व्यवस्थाओं को परख रहे हैं. वह मंडलों में समीक्षा बैठक कर रहे हैं, तो गांवों में भौतिक निरीक्षण भी कर रहे हैं. खामियां मिलने पर सख्त कार्यवाही के निर्देश भी दे रहे हैं. योगी कंटेनमेंट जोन में जाकर खुद व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहे हैं.


इसी कड़ी में सीएम योगी सोमवार को आजमगढ़ के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने कंटेनमेंट का जोन का दौरा किया और मरीजों से हालचाल लिया. ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री को पहले से निर्धारित गांव में जिला प्रशासन ले जाता है, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री को गांवों की सूची दी जाती है, जिसमें से वह किसी एक गांव का चयन खुद करते हैं और इसके बाद दौरा करते हैं. सीएम योगी का गांवों और जिले में जाने का उद्देश्य यह है कि वह खुद लोगों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लें कि जो सुविधाएं शासन की ओर से लोगों को देने के निर्देश दिए गए हैं, वह उन्हें मिल रही है या नहीं? वह सरकारी रिपोर्ट के इतर धरातल पर लोगों से संवाद कर रहे हैं और उनसे पूछ रहे हैं कि उन्हें मेडिकल किट मिली या नहीं? गांव में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है या नहीं? सीएम खुद लोगों से संवाद कर रहे हैं और बता रहे हैं कि अगर कोई समस्या है, तो उन्हें बताएं। इस महामारी में सरकार उनके साथ खड़ी है.


सीएम योगी ग्राउंड जीरो पर जनप्रतिनिधियों से फीड बैक भी ले रहे हैं. सीएम योगी का कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट पर पूरा जोर है. इसके लिए इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) और कंटेनमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसीलिए सीएम योगी आईसीसीसी और कंटेनमेंट जोन में संक्रमित परिवारों से मिलकर मेडिकल किट और स्वच्छता अभियान के बारे में पूछ रहे हैं.


शासन स्तर पर बनाई रणनीति, अब धरातल पर रहे परख

सीएम योगी कोरोना की पहली लहर से ही टीम 11 के अधिकारियों के साथ रोजाना समीक्षा बैठक कर रणनीति बनाते रहे हैं. इस बार कोरोना की दूसरी लहर में उन्होंने टीम 11 की जगह टीम 9 बनाई है और कोरोना से जुड़े हर कार्य के लिए शासन स्तर पर भी जिम्मेदारी तय की है. उन्होंने कई बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले स्तर पर अफसरों को शासन के दिशा निर्देशों को अमल में लाने के लिए आदेश दिए हैं. अब वह ग्राउंड जीरो पर उतर कर शासन के दिशा निर्देर्शों को लेकर की गई कार्यवाही की समीक्षा कर रहे हैं.


होम आइसोलेशन में रहते हुए करते रहे बैठकें और देते रहे निर्देश

सीएम योगी कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंट फुट पर हैं. वह 14 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे. इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में रहते हुए रोजाना न सिर्फ अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, बल्कि समाज के विभिन्न तबकों के साथ वर्चुअली संवाद कार्यक्रम भी जारी रखा. 30 अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव आने के तुरंत बाद वह ग्राउंड जीरो पर उतर गए और लखनऊ में उन्होंने डीआरडीओ की ओर से बनाए गए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया था.


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