उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अपनी जनसरोकारी छवि के लिए पहचाने जाते हैं. जब वह मुख्यमंत्री नहीं थे तब भी जनता दरबार लगाते थे और आमजन की समस्याएं सुनकर प्रशासन से उसका समाधान करवाते थे. तब वह गोरखपुर के सांसद थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सीएम योगी का जनता दरबार चालू रहा. वहीं, सोशल मीडिया के जरिए भी उनसे लोग मदद की गुहार लगाते हैं.
एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ हो रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक अपील का संज्ञान लेते हुए 4 साल की शिवा पांडेय के लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 10 लाख रुपए की मदद की है.
गोरखपुर के पादरी बाजार क्षेत्र के निवासी शिवा के पिता सत्येंद्र पांडेय 7 हज़ार रुपए महीने की छोटी सी प्राइवेट नौकरी करते हैं. बेटी शिवा का इलाज कोई 6 महीने से करा रहे। कोरोना संक्रमण के दौर में उन्होंने अप्रैल के पहले हफ्ते में तीन दिन के भीतर अपने माता-पिता दोनों खो दिया. उधर बेटी की तबीयत बिगड़ने लगी तो डाक्टरों ने जवाब दे दिया. दिल्ली के अस्पताल में 12 मई से बेटी की जान बचाने के लिए जूझ रहे हैं. शिवा के लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 20 लाख रुपये की जरूरत है. दिल्ली के वसंत कुंज स्थित इंस्टीट्यूट आफ लीवर एंड बिलियरी साइंस हॉस्पिटल में के पेडियाट्रिक हेप्टालजी वार्ड में बेड नंबर -18 पर भर्ती शिवा का उपचार डॉ विक्रांत सूद कर रहे हैं. हर दिन 40 से 30 हजार रुपये का खर्च आ रहा.
शिवा की मदद के लिए आगे आए साहित्कार
परेशान हाल सत्येंद्र पाण्डेय ने अपने परिचित साहित्यकार दयानंद पाण्डेय को कॉल किया. दयानंद पाण्डेय अपने फेसबुक वॉल पर सत्येंद्र का नाम,अकाउंट नंबर: 33568629675, आई एफ एस कोड : SBIN0006504 और मोबाइल नंबर 7880884697 शेयर करते हुए लोगों से अपील की. दयानंद पाण्डेय की इस अपील पर शिवा के पिता के एकाउंट में तकरीबन 8.60 लाख रुपये पहुंच चुके थे. यही वायरल पोस्ट सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंची.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंजूर किए 10 लाख
सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में मामला पहुंचने के बाद शिवा के उपचार के लिए अस्पताल से इस्टीमेट मांगा गया. बुधवार को अस्पताल ने 20 लाख रुपये का इस्टीमेट दिया जिसे मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी को भेजा गया. शुक्रवार को शलभमणि त्रिपाठी ने कॉल कर दस लाख रुपए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वीकृत किए जाने की सूचना प्रदान की. यह धनराशि सीधे अस्पताल प्रबंधन को भेजी जाएगी.
सीएम योगी की संवेदनशीलता का कायल: दयानंद पाण्डेय
साहित्यकार दयानंद पाण्डेय कहते हैं कि सिर्फ कुछ घंटों में ही इतनी बड़ी धनराशि किसी गरीब की 4 साल की बेटी के इलाज के लिए स्वीकृत करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वेदनशीलता को दर्शाता है. यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने ऐसी उदारता दिखाई. कहते है कि उन्हें पता है कि ऐसे न जाने कितने अनगिनत लोगों की मुख्यमंत्री से मदद की है. उनकी इस तत्परता से अभिभूत हूं.
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