देश के 10 राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सयुंक्त छापेमारी (Raids) कर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 100 से अधिक कैडरों को गिरफ्तार किया है। वहीं, राजधानी लखनऊ के के साथ पूर्वी तथा पश्चिमी यूपी के कई जिलों में उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS) के साथ ही एनआईए ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इनमें सबसे ज्यादा छापेमारी पीएफआई के कार्यालयों पर की गई है। लखनऊ के इंदिरा नगर में पीएफआई के कार्यालय में सुबह तड़के छापेमारी से हड़कंप मच गया है।
लखनऊ से हिरासत में लिए गए 2 संदिग्ध
बताया जा रहा है कि एनआइए ने दो संदिग्ध को अपनी हिरासत में भी लिया है। इसमें लखनऊ के इंदिरानगर से दो संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। प्रदेश में लखनऊ के अलावा नोएडा और वाराणसी में छापामारी जारी है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में यूपी एटीएस और एनआईए की चार टीमें एक्शन मोड में हैं। लखनऊ में पकड़े गए दोनों संदिग्ध के पास से दस्तावेज और लेपटॉप भी मिला है। इसको जब्त किया गया है।
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वसीम उर्फ बब्लू को अपने साथ ले गई एनआईए
एनआईए और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर ए ब्लाक के एक मकान से दो संदिग्ध को हिरासत में लिया है। इनमें वसीम उर्फ बबलू को एनआइए की टीम अपने साथ ले गई है। वसीम टेलरिंग का काम करता है। छापेमारी के दौरान वसीम के पास से कुछ डिजिटल डॉक्युमेंट्स और पेनड्राइव बरामद होने की भी बात की जा रही है।
इसके अलावा एनआईए की टीम वाराणसी और बहराइच में भी छापेमारी कर रही है। वाराणसी के जैतपुरा और आदमपुर से टीम ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा बहराइच से भी एक संदिग्ध को उठाया गया है। उधर बहराइच जनपद के कुर्सी इलाके से पीएफआई के कथित कोषाध्यक्ष नदीम को पकड़ा है। नदीम कुर्सी थाना क्षेत्र के बोरहार गांव का निवासी बताया जा रहा है।
पीएफआई के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की यह कार्रवाई आतंकवाद का समर्थन करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने वालों के खिलाफ की जा रही है। पीएफआई के खिलाफ इसे एनआइए की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। ये तलाशी आतंकवाद का समर्थन करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने वालों के खिलाफ की जा रही है।
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