उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपराधियों और माफियाओं की कमर तोड़ने में लगी हुई है। अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही सीएम योगी ने ये साफ कर दिया था कि वो प्रदेश में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार, अपराधिक गतिविधि और माफियाओं की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर आंकड़ों की मानें तो सीएम योगी अपनी कही हर बात पर खरे उतर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी पुलिस ने माफिया व अपराधियों की चार हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की है। इतना ही नहीं ये कार्रवाई लगातार जारी है। आगे भी इसी तरह से अपराधियों पर कार्रवाई का सिलसिला चलता रहेगा।
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जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस ने 20 मार्च, 2017 से 29 अगस्त, 2022 तक 25 हजार रुपये के 12811, 50 हजार रुपये के 1317 तथा 50 हजार रुपये से अधिक के 150 इनामी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है। साथ ही 795 माफिया व अपराधियों के विरुद्ध रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा गैंगेस्टर एक्ट के तहत 17694 मुकदमों में 56491 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
इनामी अपराधियों की संपत्ति जब्त करने में दूसरे स्थान पर लखनऊ कमिश्नरेट है। लखनऊ पुलिस ने इनामी अपराधियों की 579 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की। तीसरे स्थान पर लखनऊ जोन में 470 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति जब्त की गई। मेरठ जोन में 417 करोड़ रुपये तथा वाराणसी जोन में 406 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
मादक पदार्थों के खिलाफ यूपी पुलिस का एक्शन
वहीं एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान के बारे में बताया कि अभियान के तहत लगभग 40 करोड़ रुपये की अवैध शराब व मादक पदार्थ बरामद किए गए। पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत मादक पदार्थ तस्करों की 34.14 करोड़ से अधिक की संपत्ति तथा शराब तस्करों की 19 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है। मादक पदार्थ तस्करों की बरामदगी में बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, मथुरा व फतेहगढ़ पुलिस आगे रही। ऐसे ही अवैध शराब की बरामदगी में चंदौली, मथुरा, देवरिया, वाराणसी ग्रामीण व फतेहपुर पुलिस आगे रही। अभियान के तहत 53 हुक्काबार भी बंद कराए गए। ये कार्रवाई 24 अगस्त से आठ जुलाई तक विशेष अभियान के तहत की गई हैं।