अम्बडेकरनगर (Ambedkarnagar) में बसपा नेता जुरगाम मेंहदी के बहुचर्चित हत्याकाण्ड में फरार एक लाख के इनामी बदमाश परवेज (Parvez) को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर (Gorakhpur) में हुए एनकाउंटर में मार गिराया. परवेज पर हत्या, अवैध वसूसी और रंगदारी समेत कई संगीन धाराओं के तहत करीब दो दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज थे. परवेज खान मुबारक गैंग का खास शार्प शूटर था.
यह एनकाउंटर (Encounter) गोरखपुर के चिलवाताल इलाके में रविवार शाम लगभग चार बजे हुआ. यूपी एसटीएफ (UP STF) ने एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि अक्टूबर 2018 में अंबेडकरनगर के भीड़भाड़ वाले इलाके हीरा बाजार चौराहे पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के नेता जुरगाम मेहंदी की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. इस फायरिंग में जुरगाम मेहंदी के ड्राइवर शुभनीत यादव की भी मौत हो गई थी और दो राहगीर घायल हुए थे. यह हत्याकांड तब हुआ जब मेहंदी कचहरी जा रहे थे. इस हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप गैंगस्टर खान मुबारक और फायरिंग कर हत्या का आरोप परवेज़ पर दर्ज हुआ था.
परवेज़ को खान मुबारक का दाहिना हाथ और प्रमुख शूटर माना जाता था. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद परवेज़ फ़रार चल रहा था जबकि ख़ान मुबारक पहले से जेल में बंद है. जुरगाम हत्याकांड में एडीजी लखनऊ जोन एसएन साबत ने परवेज़ पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था.
बीते कुछ समय से एसटीएफ को जानकारी मिल रही थी कि परवेज़ नेपाल में रहकर अंबेडकरनगर और आसपास के जिलों के व्यापारियों से रंगदारी वसूल रहा था. एसटीएफ को यह गुप्त सूचना मिली थी रविवार को परवेज़ गोरखपुर में अपने एक करीबी से मिलने आ रहा है. इसके बाद एसटीएफ ने गोरखपुर के चिलवाताल इलाके में घेराबंदी की थी. यहां घिर जाने पर परवेज़ ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग की. जिसके जवाब में एसटीएफ ने भी गोली चलाई जिसमें परवेज़ मारा गया. एसटीएफ को परवेज़ के पास से दो पिस्टल बरामद हुई है.
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