यूपी टीईटी पेपर लीक मामले (UP TET 2021 Paper Leak Case) में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद सख्त रूख अपनाए हुए है. सरकार अब इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है, इसके लिए उसने आरोपियों की संपत्ति का आंकड़ा यूपी एसटीएफ (UP STF) से मांगा है. जिसके बाद एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने पांच आरोपियों की जानकारी खंगालना शुरू दिया है, जिससे उनकी संपत्ति की जानकारी मिल सके.
इसके अलावा इनका इनका पिछला रिकॉर्ड शामली, बड़ौत, अलीगढ़ जिलों से देखा जा रहा है कि इससे पहले भी क्या ये लोग नकल कराने, सॉल्वर गैंग या अन्य अपराध में शामिल रहे हैं या नहीं. जानकारी के मुताबिक इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं. इसके बाद इन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी है.
अपराधियों की तलाश में कई जिलों में एसटीएफ ने दी दबिश
बता दें, एसटीएफ की मेरठ ईकाई ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शामली से मनीष, रवि और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया था. इनका अपना गैंग है. इस गैंग ने पांच लाख रुपये में पेपर खरीदे. इसके बाद 50 से 60 अभ्यर्थियों से 50-50 हजार रुपये लिये थे. पूछताछ के दौरान आरोपी रवि ने बड़ौत के छछरपुर गांव निवासी राहुल और अलीगढ़ के गौरव मलान का नाम लिया था. जिसके बाद इन सभी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश में भी एसटीएफ दबिश दे रही है.
इससे पहले सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय को निलंबित कर दिया है. वहीं, मामले की जांच कर रही यूपी एसटीएफ ने प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया है. इस एजेंसी को प्रश्न पत्र छापने का वर्क आर्डर संजय उपाध्याय ने जारी किया था.
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