संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शाही परिवार ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में मत्स्य पालन (मछली पालन) के क्षेत्र में करीब 461 मिलियन डॉलर (लगभग 4000 करोड़ रुपये) का भारी-भरकम निवेश करने का फैसला किया है। इस परियोजना को अंजाम देने के लिए शेख अहमद बिन मना बिन खलीफा अल मकतूम की अगुवाई वाली एक्वॉब्रिज होल्डिंग्स कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। शाही परिवार की कंपनी ने निवेश से पहले उन्नाव (Unnao) के जल स्रोतों की जांच कर गुणवत्ता की पुष्टि की, जिसके बाद यह बड़ा निर्णय लिया गया।
मुख्य सचिव ने दिया यूपी आने का न्योता
दुबई में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शेख अल मकतूम से मुलाकात कर उन्हें राज्य सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है। साथ ही उन्हें उत्तर प्रदेश आने का औपचारिक न्योता भी दिया गया।
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उन्नाव इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में होगा हाई-टेक मत्स्य केंद्र
यह निवेश उन्नाव इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में होगा, जिससे मछली पालन को एक नई पहचान मिलेगी। प्रस्तावित परियोजना में फिश हैचरी, प्रोसेसिंग यूनिट, फिश फीड प्लांट और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। यह योजना यूपी एग्रीज प्रोजेक्ट के तहत संचालित होगी।
मुख्य सचिव ने किया दौरा
दुबई में मुख्य सचिव ने वॉटरफ्रंट मार्केट का दौरा कर उसके आधुनिक मॉडल को देखा, जिसके आधार पर यूपी में भी एक ऐसा ही बाजार विकसित करने की योजना है। यह मॉडल उत्पादकों और खरीदारों के बीच सीधा संपर्क बनाकर बेहतर गुणवत्ता और उचित मूल्य सुनिश्चित करेगा। विश्व बैंक की सक्रिय भागीदारी इस परियोजना को यूपी में लाने में निर्णायक रही है। यूएई और विश्व बैंक की साझेदारी पहले भी मॉरीशस में इसी तरह की परियोजना में देखी जा चुकी है।
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दुबई में पेश की गई यूपी की निवेश नीति
दुबई यात्रा के दौरान यूपी की विदेशी निवेश (FDI) अनुकूल नीतियों को भी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के सामने प्रस्तुत किया गया। इस दौरान यूएई के वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और एफडीआई विशेषज्ञों से विस्तार से चर्चा की गई।
एक लाख मत्स्य पालक होंगे प्रशिक्षित
इस परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के एक लाख मत्स्य पालकों को आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण देना है। वर्तमान में राज्य में मछली के करीब 40% बच्चे अवैध रूप से बांग्लादेश से आते हैं, लेकिन अब इस परियोजना से उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर बनकर मछली पालन का प्रमुख केंद्र बनेगा।