अब यूपी की फायर सर्विस होगी हाई-टेक! सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश

UP: उत्तर प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिक विस्तार और शहरीकरण को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि अब फायर सर्विस (Fire Service) को केवल आग बुझाने तक सीमित नहीं रखा जाएगा। इसे आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं के समेकित स्वरूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग को अधिक सशक्त, आधुनिक और जनसुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील बनाना समय की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री गुरुवार को अग्निशमन विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे।

हर रीजन में बनेगी स्पेशलाइज्ड यूनिट

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक रीजन में एक विशेषीकृत यूनिट गठित की जाए, जो केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल दुर्घटनाओं और सुपर हाईराइज बिल्डिंग में होने वाली आपदाओं से निपटने में सक्षम हो। उन्होंने फायर सर्विस को अत्याधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित जनशक्ति से लैस करने पर जोर दिया। साथ ही, राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में नए पद सृजित कर प्रशिक्षण और अनुसंधान की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के निर्देश भी दिए।

नए पदों के सृजन से बढ़ेगी विभाग की क्षमता

बैठक में विभागीय कैडर रिव्यू और नए पदों के सृजन पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग की प्रशासनिक दक्षता और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने के लिए प्रत्येक जनपद में अकाउंट कैडर स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद विभाग में राजपत्रित संवर्ग के 98 और अराजपत्रित संवर्ग के लगभग 922 नए पद सृजित होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इससे विभाग की कार्यक्षमता और जनसेवा क्षमता को नई मजबूती मिलेगी।

एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किमी पर होगी फायर चौकी

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रत्येक जिले में फायर एवं आपात सेवाओं की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। एक्सप्रेस-वे पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक 100 किलोमीटर की दूरी पर फायर टेंडर सहित एक छोटी फायर चौकी स्थापित की जाए, ताकि ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके। बैठक में यह भी बताया गया कि कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट पर नई अग्निशमन इकाइयों की जनशक्ति पहले से ही तैनात की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग का पुनर्गठन समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए, ताकि इसका लाभ शीघ्र जनता तक पहुँच सके।