2047 तक UP का विजन, ये 8 नए एक्सप्रेसवे जो बदलेंगे प्रदेश का नक्शा

UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सरकार ने प्रदेश को 2047 तक विकसित बनाने के लिए अहम सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर योजना का ऐलान किया है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 8 नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। इन एक्सप्रेसवे से न सिर्फ प्रदेश के लगभग 30 जिले आपस में जुड़ेंगे, बल्कि मध्य प्रदेश से भी बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी।

प्रमुख प्रस्तावित एक्सप्रेसवे

इस योजना में प्रमुख रूप से चित्रकूट–बांदा लिंक एक्सप्रेसवे, जालौन-बुंदेलखंड लिंक, विंध्य-पूर्वांचल-गंगा और विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे शामिल हैं। उदाहरण के लिए, चित्रकूट–बांदा लिंक एक्सप्रेसवे करीब 120 किलोमीटर लंबा होगा और इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। वहीं विंध्य-पूर्वांचल-गंगा एक्सप्रेसवे लगभग 320 किलोमीटर लंबा होगा और इसका अनुमानित बजट 23,000 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, हरिद्वार-मेरठ लिंक, आगरा-लखनऊ (गंगा लिंक), चित्रकूट-रीवा और जेवर लिंक एक्सप्रेसवे भी इस योजना का हिस्सा हैं।

Also Read:एक्सप्रेसवे प्रदेश की ओर बढ़ता यूपी, 4,775 करोड़ के नए प्रोजेक्ट को मंजूरी

विकास की रफ्तार

सड़कों के बेहतर नेटवर्क से प्रदेश के दूर-दराज़ जिलों में विकास की रफ्तार बढ़ेगी। लॉजिस्टिक्स लागत कम होगी और निवेश आकर्षित होगा। इसके अलावा, नई सड़कें उद्योग और व्यापार के विस्तार में मदद करेंगी और रोजगार के अवसर बढ़ाएंगी। इस योजना से उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय असंतुलन को भी कम करने की उम्मीद है।

चुनौतियाँ और खतरे

हालांकि यह योजना बड़े फायदे लेकर आएगी, लेकिन इसमें कई चुनौतियाँ भी हैं। भूमि अधिग्रहण के दौरान किसानों और ग्रामीणों की नाराज़गी बढ़ सकती है। बजट और समयसीमा का पालन करना चुनौतीपूर्ण रहेगा। निर्माण कार्य के दौरान पर्यावरण, वन्य जीवन और विस्थापन जैसे मुद्दे भी सामने आ सकते हैं।

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है.