उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) जनपद में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले ही नया विवाद खड़ा हो गया है। विश्वनाथ मंदिर जाने वाली सड़क पर स्थित एक मस्जिद (Mosque) को भी सोमवार की रात गेरुआ रंग से रंग दिया गया। सुबह के वक्त जब इसकी जानकारी मस्जिद प्रबंधन को हुई तो उन्होंने आपत्ति जताते हुए विरोध दर्ज कराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के आगमन और विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह से पहले किसी भी तरह के विवाद से बचते हुए प्रशासन ने तत्काल मामले को संभाला और आधा दर्जन से ज्यादा मजदूरों को लगाकर मस्जिद को फिर से सफेद करा दिया।
दरअसल, वाराणसी में बन रहे पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक जाने के लिए गंगा के अलावा सड़क मार्ग से 2 रास्ते जाते हैं। एक रास्ता गोदौलिया से मंदिर आता है और दूसरा मैदागिन से मंदिर तक जाता है। दोनों ही रास्तों पर पड़ने वाले सभी मकानों को गेरुआ रंग में रंगने का प्रशासन ने फैसला लिया है। इसके बाद सभी मकानों को गेरुआ रंग में रंगा जाने लगा। इसी दौरान बुलानाला पर स्थित मस्जिद को भी सोमवार की रात गेरुआ रंग में रंग दिया गया।
मंगलवार की सुबह इसकी जानकारी मस्जिद प्रबंधन को हुई तो अंजुमन इंतजामिया समाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि बिना पूछे मस्जिद का रंग बदलना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इसे लेकर प्रशासन के अफसरों से आपत्ति जताई। इस बीच मस्जिद के गेरुआ रंग की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। मस्जिद प्रबंधन की आपत्ति और विरोध के बाद प्रशासन ने बिना देरी किए दोबारा मस्जिद को सफेद करवाना शुरू कर दिया।
हालांकि, पूरे मामले में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी और वीडिए के सचिव सुनील वर्मा का कहना था कि गेरुआ या भगवा रंग से मस्जिद को नहीं रंगा गया है। मैदागिन से गोदौलिया तक जो नॉर्मल कलर सभी मकानों पर किया गया है, वहां भी कर दिया गया है। सड़क के दोनों किनारे पर स्थित बिल्डिंग की खूबसूरती के लिए रंगाई कराई जा रही है। वास्तविकता में चुनार का जो रेड स्टोन है, उसी के तरह से आकर्षक लुक के लिए रंगाई कराई जा रही है। किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के लिए ऐसा नहीं कराया गया है। मस्जिद के रंग से जुड़े प्रकरण को हल कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि अगले सोमवार यानी 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आ रहे हैं। वह श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने के साथ ही दिव्य काशी भव्य काशी और काशी चलो अभियान का श्रीगणेश करेंगे। इस दौरान एक महीने तक काशी में कई आयोजन होंगे। 14 दिसंबर को भाजपा के सभी मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम का सेमिनार भी वाराणसी में ही होगा। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ही करेंगे।